Aligarh Uttar Pardesh

आगरा सहित अन्य केंद्रों के लिये प्रस्तावित धड़क फिल्म देख नाबालिग को लेकर फुर्र हुआ प्रेमी बालक, आखिर कैसे ?जाने

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-परिवार वालों से की थी शादी की बात, बच्चों का मजाक समझकर परिवार ने किया था अनदेखा
-13 साल की है बालिका, 12 साल है बालक, पहले खुद को बता रहे थे भाई-बहन
-आगरा से घर छोड़कर अलीगढ़ जंक्शन आने वाले बच्चे निकले प्रेमी-प्रेमिका
(राहुल गिरी)
अलीगढ़। टेलीविजन नई पीढ़ी पर किस तरह बुरा असर डाल रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण आगरा से घर छोड़कर अलीगढ़ जंक्शन आने वाले मासूमों की दांस्ता सुनकर सामने आया। आरपीएफ की ओर से पकड़े गए बच्चे भाई-बहन नहीं बल्कि प्रेमी-प्रेमिका निकले। जी हां दोनों ने अपनी प्रेम की दास्तां आरपीएफ और चाइल्ड लाइन की टीम के सामने रखकर शादी कराने की तक की मांग कर डाली। मासूमों ने बताया कि उन्होंने एक बार धड़क फिल्म देखी थी। तभी से दोनों एक दूसरे को चाहने लगे। घर वालों से शादी कराने की मांग की तो उन्होंने फटकार लगा दी। इसी बात से नाराज होकर घर छोड़ अपनी दुनिया बसाने चले थे। मगर, पकड़े जाने पर वह डर गए। इसलिए खुद को भाई-बहन बता दिया। इस कहानी को सुन आरपीएफ की टीम भी दंग रह गई।

रविवार को रेलवे स्टेशन से आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक सीएस तोमर ने दो नाबालिग बच्चों को प्लेटफार्म से पकड़ा था। दोनों ने खुद को आगरा का रहने वाला बताया था। बताया था कि दोनों भाई बहन है। लेकिन सोमवार को मामला उस समय हैरत वाला निकला, जब आरपीएफ ओर चाइल्ड लाइन ने दोनों से बातचीत की। आरपीएफ प्रभारी सीएस तोमर के अनुसार प्लेटफार्म सात पर रविवार शाम को चेकिंग के दौरान दो बच्चे रोते हुए मिले। उन्हें रोते देख थाने लाकर पूछताछ की तो बालक ने अपनी उम्र 12 और बालिका ने अपनी उम्र 13 वर्ष बताई। साथ ही उसने बताया कि दोनों भाई-बहन हैं। 

आगरा के एत्माद्दौला थाना क्षेत्र के नरायच मोहल्ला के रहने वाले हैं। माता-पिता काम को लेकर पिटाई करते हैं। खाना भी नहीं देते। इससे परेशान होकर एक ट्रेन में बैठकर यहां आ पहुंचे। लेकिन बाद में उन्हें अलग-अलग रखा गया और खाना खाने को दिया तो वह एक साथ रहने और साथ में ही खाना खाने की जिद पर अड़ गए। शक होने पर उनसे दोबारा पूछताछ की तो वह खुद को प्रेमी-प्रेमिका बताने लगे। साथ ही बालक ने बताया कि उसकी मां नहीं है और बालिका का पिता नहीं है। दोनों आपस में पड़ोसी हैं। प्रभारी निरीक्षक के अनुसार बच्चों को चाइल्ड लाइन की टीम को सौंप दिया गया है। टीम ने उनके परिवार वालों से संपर्क किया है। चाइल्ड लाइन प्रभारी ज्ञानेंद्र मिश्रा के अनुसार बच्चों के परिवार वालों से बात हो गई है। वह मंगलवार को आने की बात कह रहे हैं।

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