( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
चमोली। जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण अभी तक 849 भवनों को चिन्हित किया गया है जिनमें दरारें मिली है। इसमें से 181 भवन असुरक्षित जोन में रखा गया है। जोशीमठ में आपदा प्रभावित 250 परिवारों के 865 सदस्यों को सुरक्षा के दृष्टिगत राहत शिविरों में रूकवाया गया है। राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा इत्यादि मूलभूत सुविधाएं प्रभावितों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। वर्तमान तक राहत शिविरों में 707 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है।
प्रभावित परिवारों के तीक्ष्ण एवं पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों, विशेष पुनर्वास पैकेज की अग्रिम धनराशि, सामान ढुलाई व तात्कालिक आवश्यकताओं एकमुश्त विशेष ग्रांट और घरेलू सामग्री क्रय हेतु 500 प्रभावितों क़ो 327.77 लाख की राहत धनराशि वितरित की जा चुकी है
आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत भूधंसाव के कारण दो अन्य क्षतिग्रस्त होटल कामेट एवं होटल स्नोक्रेस्ट को खाली कराया गया है।
जोशीमठ नगर पालिका के वार्ड नंबर-7 सुनील में स्थित दिनेश लाल पुत्र जमुनी मिस्त्री का आवासीय भवन वर्तमान समय में हो रहे भूधंसाव के कारण असुरक्षित हो गए है। आवासीय भवन सीबीआरआई रूडकी की टीम द्वारा वर्तमान समय में हो रहे भू-धसाव के कारण असुरिक्षत घोषित किये गये हैं, साथ ही सीबीआरआई रूडकी द्वारा उक्त भवनों को डिमोलिश कटेगरी में रखा गया है, जिस कारण उक्त भवनों को ध्वस्त किया जाना आवश्यक है।
भवन स्वामी द्वारा भवन के ध्वस्तीकरण हेतु अपनी लिखित सहमति प्रदान की गयी है। सेक्टर अधिकारी द्वारा उक्त भवन स्वामी से भवन के ध्वस्तीकरण हेतु सहमति प्राप्त कर ली गई है।
आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत उक्त भवन को तत्काल साइन्टिफिक डिस्मेंटल किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं।