( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
जोशीमठ। चमोली केजोशीमठ में भूधंसाव अब भी लगातार जारी है। नगर क्षेत्र में भूधंसाव प्रभावित भवनों की संख्या 723 से बढ़कर 760 हो गई है। असुरक्षित क्षेत्र में पहले जहां 86 भवन शामिल थे, अब वह बढ़कर 128 हो गए हैं।
गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर से 27 प्रभावित परिवारों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया। अब तक 169 परिवारों के 589 सदस्यों को अस्थायी रूप से राहत शिविर में रखा गया है। वहीं गुरुवार से भवन स्वामियों को 1.5 लाख की अंतरिम सहायता धनराशि के चेक का वितरण भी शुरू हो गया है।
पांच हजार रुपये की दर से तीन लाख 65 हजार की धनराशि बांटी
जिला प्रशासन की ओर से जोशीमठ नगर क्षेत्र में रहने योग्य अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 51 भवनों के 344 कक्षों का चिह्नीकरण किया गया है, जहां 1425 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है। वहीं नगर पालिका क्षेत्र जोशीमठ के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है, जहां 2205 व्यक्तियों को ठहराया जा सकेगा।
तीन लाख 65 हजार की धनराशि बांटी जा चुकी
राहत कार्यों के तहत जिला प्रशासन की ओर से अब तक 73 परिवारों को पांच हजार रुपये की दर से तीन लाख 65 हजार की धनराशि बांटी जा चुकी है।
जबकि, आंशिक/पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त 10 भवन स्वामियों को एक लाख 30 हजार की दर से 13 लाख की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। इसके अलावा मकान किराया, विशेष पुनर्वास पैकेज व समान ढुलाई के लिए 87 व्यक्तियों को आर्थिक सहायता दी गई है।
गुरुवार को गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, आइजी करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने प्रभावितों को 1.5 लाख धनराशि के राहत चेक बांटे। साथ ही डीआइजी करन सिंह नगन्याल ने जेपी कालोनी में फूटी जलधारा का भी निरीक्षण किया।
आपदा राहत को एक दिन का वेतन देंगे आइएएस अधिकारी
वहीं जोशीमठ में आई आपदा से प्रभावित परिवारों की मदद को अब उत्तराखंड आइएएस एसोसिएशन सामने आई है। एसोसिएशन से जुड़े सभी आइएएस अधिकारियों ने इसके लिए एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है।
गुरुवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद बद्र्धन द्वारा इस संबंध में सचिव वित्त को पत्र भेजा गया, जिसमें सभी आइएएस अधिकारियों के एक दिन के वेतन की कटौती कर इसे मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराने का अनुरोध किया गया है।