(खालिक अंसारी )
अलीगढ। सत्ता का खुमार भाजपा पर किस तरीके से सर चढ़कर बोल रहा है इस बात का अंदाजा बंगाल से आरोपी को पकड़ने आई पुलिस बेरंग लौटते हुए नजर आ रही है इस बात से लगाया जा सकता है जहां 2017 के मामले में वांछित आरोपी व भाजपा नेता को अलीगढ़ से उसके घर से हिरासत में लेने आए बंगाल की पुलिस को भारी पड़ गया। आपको बता दे सीएम बनर्जी का सिर कलम करने पर 11 लाख रुपये इनाम देने का बयान देने वाले भाजपा नेता को गिरफ्तार करने पहुंची बंगाल पुलिस को काफी विरोध का सामना करना पड़ा। अलीगढ़ आई पुलिस टीम को शुक्रवार शाम लोगों ने कमरा बंद कर पिटाई कर दी। सूचना पर भाजपा सांसद-विधायक और समर्थक मौके पर पहुंच गए। बाद में स्थानीय पुलिस ने बंगाल पुलिस टीम को समर्थकों से बचाते हुए थाने ले गई। जिसके बाद भाजपा समर्थकों ने काफी देर तक हंगामा किया।
सैकड़ों की तादाद में भाजपाइयों के द्वारा पहले तो पुलिस के साथ जमकर बरसलुकी की गई फिर उसके बाद पुलिस के हिरासत से आरोपी को छुड़ा लिया। वहीं मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस फोर्स के द्वारा मामले को हस्तक्षेप करते हुए आरोपी भाजपा नेता को स्थानीय थाने में कैद कर लिया है। जिसको लेकर भाजपाइयों के द्वारा उल्टा बंगाल पुलिस पर मुकदमा लिखवाने के लिए प्रदर्शन शुरू कर दिया। थाने का घेराव करने भाजपा के एमएलसी विधायक सहित अन्य भाजपा नेताओं ने थाने पर खूब दवाब बनाया। वहीं दबाव के चलते सत्ता के आगे प्रशासन झुकता नजर आया यही कारण है। बंगाल से आरोपी को हिरासत में लेने आई पुलिस को बेरंग व मुश्किल से भाजपाइयों से बचाकर निकाला गया जिसमें वीडियो में भाजपाइयों के द्वारा बंगाल की पुलिस को खरी खोटी सुनाने का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। गनीमत रही स्थानीय पुलिस के प्रोटेक्शन के बाद सही सलामत बंगाल पुलिस के दो पुलिस कर्मियों को हिफाजत के साथ बाहर भेज दिया गया।
उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके के रहने वाले बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ 2017 में विवादित बयान देने के चलते हैं बंगाल राज्य में योगेश वार्ष्णेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बीजेपी कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमे में वारंट होने के चलते बंगाल पुलिस दबिश देने के लिए इलाका चौकी इंचार्ज संदीप वर्मा को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता के घर पहुंची थी। बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बंगाल पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ता की माता के साथ घर में घुसकर दुर्व्यवहार बदतमीजी और छेड़खानी करने का गंभीर आरोप लगाते हुए पीड़ित की तरफ से बंगाल पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए गांधी पार्क थाने में तहरीर दी गई है। तो वही बंगाल पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नोकझोंक हंगामा हुआ जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया तो वहीं सैकड़ों की तादाद में बीजेपी कार्यकर्ता इकट्ठा होकर थाना गांधी पार्क पहुंच गए। जिसके बाद घंटों से थाना गांधी पार्क में बीजेपी कार्यकर्ताओं का हंगामा लगातार जारी है। तो वही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि बंगाल पुलिस टीम के द्वारा कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। हंगामे के दौरान बंगाल पुलिस टीम को सकुशल भीड़ से बाहर निकाल लिया गया था। तो वही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की तरफ से व्हाट्सएप ग्रुप पर जानकारी देते हुए बयान जारी किया गया है।
आज दिनांक 17 सितंबर को किसी विवेचना के क्रम में पश्चिम बंगाल की पुलिस टीम गांधी पार्क थाना क्षेत्र में पहुंची थी। वहाँ स्थानीय लोगों की बंगाल पुलिस टीम से अनबन हुई -स्थानीय लोगों द्वारा बंगाल पुलिस टीम पर बदतमीजी के आरोप भी लगाए गए। मामले की गंभीरता के दृष्टिगत स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को शांत कराया गया व बंगाल पुलिस टीम को सुरक्षित बाहर निकाला- पश्चिम बंगाल के पुलिस टीम द्वारा मौके पर कोई भी गिरफ्तारी नहीं की गई। पूरे मामले पर क्षेत्राधिकारी दितीय मोहसिन खान के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि थाना गांधी पार्क इलाके के गांधी पार्क मोहल्ले में बंगाल पुलिस की सीआईडी टीम सिविल वर्दी में किसी मामले को लेकर विवेचना करने के लिए पहुंचे थी। बंगाल पुलिस द्वारा कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों से अनबन हो गई थी सूचना पर क्षेत्राधिकारी द्वितीय मोहसिन खान ने पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंचे और सकुशल बंगाल पुलिस टीम को घटनास्थल से निकालकर बाहर लाया गया। बंगाल पुलिस टीम की तरफ से कोई गिरफ्तारी नहीं की गई। जबकि बंगाल पुलिस की टीम पूरी तरह से सुरक्षित है।