( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
सितारगंज। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने जीवनदान नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र पर छापा मार कार्यवाही की है। इस कार्यवाही में टीम को गर्भ निरोधक और सेक्सवर्धक दवाइयां ,नशे के इंजेक्शन आदि आपत्तिजनक सामान मिलने से अधिकारियो के होश उड़ गए। टीम ने केंद्र को सील कर उनमे रह रहे तीन मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया है।
आपको बता दे कि बृहस्पतिवार को एसीएमओ डॉ. तपन कुमार शर्मा, तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने पुलिस, स्वास्थ्य और औषधि विभाग के अधिकारियों के साथ चिंतीमजरा मोहल्ले में नुकलिया मार्ग पर स्थित जीवनदान नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र पर छापा मारा। टीम ने केंद्र के अभिलेखों की जांच और मरीजों को दी जाने वाली दवाओं आदि की जानकारी ली।
जाँच में मिले
गर्भ निरोधक दवाएं, नशे की गोलियां, दर्द निवारक इंजेक्शन
वहां मौजूद महिला ने टीम को बताया कि केंद्र के तीन पार्टनर हरजेंद्र सिंह, वाहिद अली, साजिम अंसारी हैं। तीनों पार्टनर मौके पर नहीं मिले। केंद्र में तीन मरीज भर्ती मिले लेकिन उनकी कोई हिस्ट्री नहीं थी। जांच टीम को मौके पर गर्भ निरोधक दवाएं, नशे की गोलियां, दर्द निवारक इंजेक्शन समेत तमाम प्रतिबंधित दवाएं मिलीं।
जांच के बाद केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई
टीम को केंद्र का पंजीकरण भी नहीं मिला और वहां रह रहे मरीजों के इलाज व देखभाल के लिए भी कोई डॉक्टर तैनात नहीं था। मरीजों के कक्ष में नशे की औषधियां, बीड़ी, सिगरेट पड़ी थीं। औषधि विभाग के वरिष्ठ निरीक्षक डॉ. सुधीर कुमार ने आपत्तिजनक सामान को जब्त कर केंद्र सील कर दिया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने केंद्र में मिले तीनों मरीजों को 108 एंबुलेंस की मदद से सीएचसी में भर्ती कराया। चिकित्साधीक्षक डॉ. राजेश आर्या ने बताया कि केंद्र संचालकों व डॉक्टर के न मिलने से पूछताछ नहीं हो सकी। जांच के बाद केंद्र संचालकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।