( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव से पहले दलबदल चालू है। दोनों ही प्रमुख पार्टिया इस खेल में एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है। इसकी एक झलक आज भी दिखी, जिससे सियासत गर्माने के संकेत हैं। दरअसल, पिछले 9 दिनों में ऐसा तीसरी बार देखने को मिला है, जब उमेश शर्मा काऊ और हरक सिंह रावत, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ नजर आए। मंगलवार को हरक सिंह के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ और हरिद्वार से कांग्रेस टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके कांग्रेस नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की मुलाकात हुई।
इसी महीने 11 अक्टूबर को बीजेपी नेता यशपाल आर्य की कांग्रेस में घर वापसी के दिन भी प्रीतम सिंह और उमेश शर्मा काऊ दिल्ली में एक साथ दिखे थे। वहीं 16 अक्टूबर को हरक, प्रीतम और काऊ एक ही फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे थे, तब भी चर्चाओं का बाजार गरम रहा। हालांकि, सभी नेताओं ने इसे तब एक संयोग बताया था। हरक सिंह, उमेश शर्मा काऊ को लेकर तब सीधे बीजेपी हेडक्वार्टर चले गए थे।
वहीं, आज मंगलवार को एक बार फिर तीनों नेता देहरादून में हरक सिंह रावत के डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर एक साथ देखे गए। मंगलवार की मुलाकात में फर्क इतना था कि कांग्रेस नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी भी इसमें शामिल थे।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. नेता प्रतिपक्ष और बागियों की इन मुलाकातों से सियासी हलकों में कयासों का बाजार गर्म है। हरक सिंह और उमेश शर्मा काऊ भाजपा के उन नेताओं में शामिल हैं जो 2016 में कांग्रेस से बागी होकर बीजेपी में आ गए थे। बीजेपी में कैबिनेट मंत्री रह चुके यशपाल आर्य इसी महीने 11 अक्टूबर को बीजेपी और मंत्री पद को अलविदा कह चुके हैं। यशपाल आर्य उत्तराखंड की सियासत में एक बड़ा दलित चेहरा माने जाते हैं। यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी को बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।