( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
चमोली। उत्तराखण्ड में मौसम बदलने और बारिश के कारण ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रो में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है। मौसम ख़राब के कारण ऊंचाई वाले इलाको में बर्फबारी लगातार हो रही है। हेमकुंड साहिब में भी मौसम खराब होने से शनिवार को बर्फबारी हुई है जिसके बाद रविवार और फिर सोमवार को मौसम खुला तो हेमकुंड साहिब का नजारा बेहद खूबसूरत नजर आया।
15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब में दो इंच तक बर्फ जमी हुई है। यहां आए यात्री और पर्यटक इस खूबसूरत नजारा को देख अभिभूत हो रहे हैं। ऊंची पहाड़ियों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ चुकी है। रात के समय यहां का तापमान शून्य से नीचे पहुंच रहा है। सिख श्रद्धालु कड़ाके की ठंड में ही पवित्र सरोवर में डुबकी लगा रहे हैं।
यहां ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। यात्रा भी निरंतर जारी है। गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि 22 मई को हेमकुंड के कपाट खुले थे। हेमकुंड साहिब के कपाट 10 अक्तूबर को बंद होंगे।
दर्शनार्थियों की संख्या पहुंची दो लाख के पार
अभी तक दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दो लाख 17 हजार से ऊपर पहुंच गई है। अगले नौ दिन यात्रियों की संख्या में तेजी आ सकती है। वहीं, शनिवार देर शाम को केदारनाथ क्षेत्र में भी तेज बारिश हुई। लगभग पांच घंटे तक हुई बारिश के साथ ही रविवार तड़के दुग्ध गंगा, वासुकीताल, चोराबाड़ी क्षेत्र की पहाड़ियों पर जमकर बर्फबारी हुई।
मौसम के चलते केदारनाथ में सुबह और शाम को ठंड़ बढ़ गई है। सोमवार की यहां सुबह से मौसम साफ रहा और धूप खिली हुई है। लेकिन शीत हवाओं का प्रकोप बना रहा।
फिर हुआ हिमस्खलन
वहीं, भारी बर्फबारी के बाद चोराबाड़ी क्षेत्र में रविवार सुबह करीब छह बजे फिर से हिमस्खलन हुआ जिससे काफी देर तक बर्फ का गुबार फैला रहा। क्षेत्र में बीते नौ दिनों में यह तीसरा मौका है जब ग्लेशियर टूटा है।