( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
ऋषिकेश। उत्तराखण्ड शासन द्वारा अंकिता हत्याकांड के बाद राज्य में रिसॉर्ट की जाँच के आदेश के बाद आदेश के अनुपालन में सवाल खड़े हो रहे है। जी हाँ ,यमकेश्वर प्रखंड के अंतर्गत जोगियाणा ग्राम सभा में हेंवल नदी किनारे पर्यटकों की शराब खोरी का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी के साथ प्रसारित हो रहा है। एक कर्मचारी रिसॉर्ट को सत्तारूढ़ दल के एक नेता का बता रहा है। विपक्ष ने इस मामले में सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
खुलेआम शराब पीते दिखे दिल्ली के पर्यटक
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) की स्पष्ट गाइडलाइन है कि गंगा और उसकी सहायक नदियों से निश्चित दूरी पर ही रिसॉर्ट आदि का निर्माण हो सकता है।
हेंवल नदी क्षेत्र में एनजीटी के आदेश का क्रियान्वयन दूर-दूर तक नजर नहीं आता है। बीते शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहे एक वीडियो में जोगियाणा ग्राम सभा में हेंवल नदी किनारे दिल्ली के कुछ पर्यटक खुलेआम शराब पी रहे हैं। नजदीक ही एक रिसॉर्ट बना है।
वीडियो कवरेज करने वाले व्यक्ति की ओर से रिसॉर्ट कर्मचारी से जानकारी ली गई तो यही जवाब मिला कि यह रिसॉर्ट एक जनप्रतिनिधि का है, जो दिल्ली के किसी व्यक्ति को लीज पर दिया गया है। वीडियो में पर्यटक साफ कह रहे हैं कि उन्हें रिसॉर्ट संचालक की ओर से यहां पर यह सब करने की अनुमति दी गई है। इसके बदले में पेमेंट भी किया है।
वही उत्तराखण्ड क्रांतिदल के प्रवक्ता अनुपम खत्री की माने तो रिसॉर्ट मानक के विपरीत बना है। जब जनप्रतिनिधि और अधिकारी वनन्तरा रिसॉर्ट पर बुलडोजर चला सकते हैं तो अन्य रिसॉर्ट को क्यों छोड़ा जा रहा है। गैंडखाल से लेकर घटटूगाड़ तक हेंवल नदी किनारे मानक विरुद्ध निर्माण पर जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
जबकि यमकेश्वर के तहसीलदार मंजीत सिंह गिल की माने तो शासन के आदेश पर यमकेश्वर विकासखंड क्षेत्र में जितने भी रिसॉर्ट बने है उनकी जांच के लिए अलग-अलग टीम गठित की गई हैं। जो भी रिसॉर्ट गलत पाया जाएगा उसके खिलाफ प्रशासन कार्रवाई करेगा। संबंधित मामला भी संज्ञान में आया है, जिस पर जांच कराई जाएगी।