(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
चमोली। जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है। अभी तक 863 भवनों में दरारें दृष्टिगत हुई है। इनमें सें 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। जेपी परिसर जोशीमठ में पानी का रिसाव 540 एलपीएम से घटकर आज सुबह 67 एलपीएम मापा गया।
जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चमोली द्वारा जारी दैनिक रिपोर्ट के अनुसार जोशीमठ में सुरक्षा की दृष्टिगत जिला प्रशासन वर्तमान में 253 परिवारों के 920 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है। जबकि 43 परिवारों के 75 सदस्य अपने रिश्तेदारों या किराये पर चले गए है।जिला प्रशासन द्वारा जोशीमठ नगर क्षेत्र के अंतर्गत निवास करने योग्य अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 91 स्थानों में 661 कक्षो का चिह्नीकरण कर लिया गया है। जिसमे 2957 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है।
वहीं नगर पालिका क्षेत्र जोशीमठ के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है जिसमे कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा।राहत कार्यो के तहत जिला प्रशासन द्वारा अबतक 668 प्रभावितों को 429.77 लाख रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है।
प्रभावितों को अबतक 1124 खाद्यान किट, 1229 कंबल व 1482 लीटर दूध, 164 हीटरध्ब्लोवर, 143 डेली यूज किट, 48 जोडी जूते, 150 थर्मल वियर, 175 हाट वाटर वोटल, 700 टोपी, 280 मौजे, 250 शाल, 263 इलेक्ट्रिक केटल एवं 1392 अन्य सामग्री पैकेट का वितरण राहत सामग्री के रूप में किया जा चुका है।स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है जिसके तहत राहत शिविरों में रह रहे 1297 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। प्रभावित क्षेत्रों में 114 पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और 200 पशु चारा बैग वियरण का किया गया।
शीतलहर को देखते हुए नगरपालिका जोशीमठ क्षेत्र अंतर्गत 20 स्थानों पर नियमित रूप से अलाव जलाए जा रहे है।लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन को ध्वस्त किया जा चुका है। जबकि मलारी इन एवं माउंट व्यू को ध्वस्तीकरण का कार्य अंतिम चरण में है। जिला मजिस्ट्रेट चमोली द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 33 व 34 का प्रयोग करते हुए नगर क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 1, 4, 5 व 7 के अंतर्गत आने वाले अधिकांश क्षेत्रो को असुरक्षित घोषित करते हुए इन वार्डों को खाली करवाया गया है।