( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार /नैनीताल । आज मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर साल का अंतिम चंद्रग्रहण लग रहा है। सूर्योदय के साथ ही सूतक काल लगने के कारण सभी मंदिरो के कपट बंद हो चुके है। चन्द्रग्रहण के बाद मोक्षकाल में शाम को मंदिरो के कपाट खुलेंगे और उसके बाद श्रद्धालुगण फिर से पूजा पाठ कर सकेंगे।
यह ग्रहण भारत के सभी भागों में दिखाई देगा। नारायणी शिला मंदिर हरिद्वार के संचालक और ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी के अनुसार भारतीय समय के अनुसार वैसे तो चंद्रग्रहण दोपहर 2:40 से 6:20 के मध्य दिखाई देगा। लेकिन उत्तराखंड में यह शाम 5:32 से शुरू होगा और 7:27 पर खत्म होगा। वहीं, हरिद्वार में यह ग्रहण 5:22 बजे से प्रभावी होगा और 6:19 बजे तक रहेगा। इसलिए श्रद्धालु इस अवधि में गंगा स्नान न करें।

आज लगने वाला ग्रहण भरणी नक्षत्र और मेष राशि के चंद्रमा में घटित होगा। कार्तिक मास में चंद्र ग्रहण होने से आकर ,कुम्भ और मिथुन राशि के जातको के लिए शुभता रहती हैं। अन्य औषधि फल आदि के उत्पादन में वृद्धि के योग होते हैं। भरणी नक्षत्र में चंद्रग्रहण होने से वस्त्रों के भाव में तेजी व्यापारियों को लाभ होता है।
ऋषिकेश में लक्ष्मणझूला, मुनिकीरेती और स्वर्गाश्रम क्षेत्र में संचालित एतिहासिक मठ मंदिरों के कपाट चंद्रग्रहण से पहले बंद कर दिए गए हैं। चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद भी मंदिरों के कपाट खुलेंगे।वही हरिद्वार स्थित हरकी पौड़ी के सभी मंदिर सूतक से पहले से बंद हो गए है।
नैनीताल में मां नयना देवी मंदिर के कपाट भी सुबह बंद कर दिए गए। मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी सुरेश मेलकानी ने बताया कि भारत में चंद्र ग्रहण और इसके सूतक काल के चलते मंदिर के कपाट सुबह आठ बजे से बंद किए गए। कपाट शाम साढ़े सात बजे तक बंद रहेंगे।

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