( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। श्रीनिरंजनी पंचायती अखाडा अब सन्यास लेने वालो का साक्षात्कार लेने और शक्षिक योग्यता जांचने के बाद ही सन्यास देने की व्यवस्था करने की तैयारी कर रहा है। आपको विश्वास नहीं हो रहा है ना। पर यह सच्चाई है।
जी हाँ ,संन्यासियों के दूसरे सबसे बड़े इस अखाड़े में इसको लेकर प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और पंचायती अखाड़ा श्रीनिरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी से इस बारे में विचार -विमर्श किया है। बताया जा रहा है कि अखाड़े में एक कमेटी बनाई जा रही है। संन्यास ग्रहण करने से पहले व्यक्ति को कमेटी के आगे पेश होना होगा।
कमेटी की हरी झंडी मिलने पर आचार्य महामंडलेश्वर संन्यास ग्रहण कराएंगे। कमेटी संन्यास ग्रहण करने वाले व्यक्ति से अभी तक किए गए कार्यों की साथ ही मठ-मंदिर की जानकारी भी लेगी। धर्म की जानकारी के साथ ही ज्ञान को भी परखा जाएगा।
शैक्षिक योग्यता का अलग-अलग दायरा
संन्यासी, महंत, श्रीमहंत और महामंडलेश्वर के लिए अलग-अलग शैक्षिक योग्यता होगी। शैक्षिक योग्यता पूरी होने पर कमेटी साक्षात्कार लेगी। इससे पहले सभी दस्तावेजों की जांच भी की जाएगी।
वही श्रीनिरंजनी पंचायती अखाडा के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी का कहना है कि संत परंपरा में आने वाले व्यक्ति के लिए नियम बनाए जा रहे हैं। इसको लेकर लंबी चर्चा हुई है। निरंजनी अखाड़ा जल्द इस पर निर्णय लेने वाला है।