( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
चंडीगढ़। हरियाणा की एक महिला IAS अफसर सुमिता मिश्रा का एक ट्वीट इन दिनों सोशल मिडिया पर खूब वायरल हो रहा है। ट्विटर पर उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए एक ट्वीट किया, जिस पर यूजर्स ने जमकर चुटकी ली है। गजब-गजब के कमेंट्स किए हैं। अब तक उनके ट्वीट को 40 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है और बड़ी संख्या में लोगों ने कमेट्स भी किए हैं। सुमिता हरियाणा एग्रीकल्चर एंड फार्मस वेलफेयर की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और हरियाणा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की चेयरमैन भी हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है- ऐसे मोड़ पर ले आती है नौकरी, अपने ही घर जाने के लिए दूसरों से इजाजत लेनी पड़ती है।
नौकरी तो नौकरी है मैडम
रोहित मिश्रा नाम के एक यूजर ने उनके इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है- शायद इसलिए बड़े बूढ़े कहते थे कि छोटा ही सही अपना ही कुछ कारोबार करो। किसी अमीर की नौकरी से अच्छा खुद का छोटा-मोटा कारोबार। वहीं, आलोक पुंज नाम के एक यूजर ने कमेंट्स करते हुए लिखा है कि नौकरी तो नौकरी है मैडम। लगता है अब काम करना पड़ रहा है आपको। तभी तकलीफ हो रही है। प्राइवेट सेक्टर में काम करिए कुछ दिन। या फिर अपना खुद का कोई व्यवसाय खोल लीजिए। आपको दूसरों की मेहनत का अहसास होगा।
हमें तो प्रार्थना पत्र लिखना पड़ता है
वहीं, चितरंजन कुमार नाम के एक यूजर ने उनके ट्वीट पर कमेंट किया है कि आप को तो इजाजत से ही काम चल जाता है, मगर हमे तो प्रार्थना पत्र लिख कर ऊपर बैठे मालिकों के पास गिरगिड़ाना पड़ता है और अंत में ये भी लिखना है पार्थी के उपरोक्त बातों को मद्देनजर रखते हुए अवकाश मंजूर करने की महान कृपा करें। इसके लिए प्रार्थी श्रीमान का सदैव आभारी और कृतज्ञ रहेगा। जबकि प्रभात नाम के शख्स ने लिखा है- आपका अधीनस्थ आपसे बिना परमीशन लिए छुट्टी जा सकता है क्या, स्पष्ट करें? जब नौकरी करने निकले हो तो कौन अपना और कौन पराया? सर्विस मैन्युअल तो फालो करने पड़ेंगे?
बड़े बुजुर्गों की बात मानो
सुरेंद्र प्रसाद नाम के एक यूजर ने लिखा है- मैडम नौकरी का मतलब ही नौकर होता है। वह व्यक्ति जो दूसरे के अधीन काम करता है धन के लिए और आपसे काम लेना वाला मालिक सरकार हो या कोई पूंजीपति.. जाने के लिए आदेश तो लेना ही पड़ता है। वहीं, वेदप्रकाश वर्मा नाम के यूजर ने लिखा है-सही कहा है आपने इस नौकरी की वजह से अपने परिवार से दूर होने लगे है पता नहीं जिंदगी किस मोड़ पर जा रही है। अपने ही दूर हो गए सही कहा है बड़े-बुजर्गों ने…नौकरी से अच्छा तो बिजनेस है चाहे छोटा हो या बड़ा कमसे कम परिवार तो साथ है। नौकरी मैं उम्रभर कैद रहो।