* आईआईटी रूड़की एवं आईसीएटी ने भारतीय ऑटोमोटिव इनोवेशन में परिवर्तनकारी साझेदारी बनाई* ‘आत्मनिर्भर भारत‘ @ 2047 के लिए अग्रणी एडीएएस, 6G तकनीक एवं सतत गतिशीलता * भविष्य को आगे बढ़ाना एवं हरित गतिशीलता वाली सड़कों का विजन: आईआईटी रूड़की और आईसीएटी ने ऑटोमोटिव उन्नति पर सहयोग किया ( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) नई दिल्ली / रुड़की। भारत सरकार के […]
IIT Roorkee
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की ने “6जी एवं उससे आगे सिस्टम के लिए डिमिस्टिफाइंग सेल-फ्री कम्युनिकेशन ” पर उच्च स्तर पर कार्यशाला का किया आयोजन। आखिर कहा और क्यों ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) एसईआरबी की त्वरित विज्ञान योजना के तहत 05 से 11 जून तक “6जी और उससे आगे सिस्टम के लिए डिमिस्टिफाइंग सेल-फ्री कम्युनिकेशन पर सात दिवसीय उच्च स्तरीय कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। कार्यशाला, परिसर में एपीजे ब्लॉक में ईसीई संकाय सदस्यों, प्रो. अभय के. साह, प्रो. एकांत शर्मा, प्रो. अंशुल जायसवाल एवं प्रो. एम. रावत द्वारा आयोजित की […]
युवा संगम- II के पश्चात आईआईटी रुड़की ने तेलंगाना के युवाओं को दी विदाई,ग्रुप ने किया यहाँ -यहाँ का दौरा भी। आखिर कहा -कहा और क्यों ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) रुड़की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने युवा संगम-द्वितीय कार्यक्रम की परिकल्पना की। शिक्षा मंत्रालय ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) और एनआईटी वारंगल को उत्तराखंड और तेलंगाना राज्यों के बीच युवा आदान-प्रदान आयोजित करने के लिए जोड़ीदार संस्थानों के रूप में पहचाना। युवा संगम- II […]
CM धामी ने IIT रूड़की में सौर ऊर्जा पर आधारित ‘पेरोवस्काइट सोसाइटी ऑफ इण्डिया मीट-2023’ में किया वर्चुअल प्रतिभाग। आखिर क्यों और क्या ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) देहरादून / रुड़की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को आई.आई.टी रूड़की में सौर ऊर्जा पर आधारित ‘पेरोवस्काइट सोसाइटी ऑफ इण्डिया मीट-2023’ में खटीमा से वर्चुअल प्रतिभाग किया। उन्होंने आईआईटी रुड़की और पेरोवस्काइट सोसाइटी ऑफ इण्डिया की टीम को सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस सेमिनार […]
बड़ी खबर : भूकंप इंजीनियरिंग पर 17वीं संगोष्ठी आईआईटी रुड़की में आयोजित ,CS उत्तराखण्ड ने भी की शिरकत। आखिर क्या कहा ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )रुड़की। भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी एक चतुर्वर्षिक कार्यक्रम है जो देश में भूकंप इंजीनियरिंग के ज्ञान को आगे बढ़ाने के उद्देश्य के साथ इंजीनियरों, भूवैज्ञानिकों, भूकंपविदों और वैज्ञानिकों को एक साथ लाने के लिए 1959 से आयोजित किया जाता रहा है । भूकंप इंजीनियरिंग पर संगोष्ठी का 17वां संस्करण (17 एसईई) […]
बड़ी खबर :आईआईटी रुड़की के शोधकर्ताओं ने लार के ऐसे प्रोटीनों का पता लगाया जो मेटास्टेटिक ट्रिपल-नेगेटिव स्तन कैंसर की चेतावनी देने में करेंगे मदद। आखिर कैसे और क्यों ? Tap कर जाने
* शोधकर्ताओं ने लार के ऐसे तीन प्रोटीनों की पहचान की और यह सत्यापन किया कि वे मेटास्टैटिक ट्रिपल नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर *टीएनबीसी* का पूर्वानुमान दे सकते हैं। ( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) के शोधकर्ताओं ने लार के ऐसे तीन प्रोटीनों की पहचान की है और यह […]
IIT रुड़की स्थित सेमिनार के पहले दिन भारतीय अंतरिक्ष उद्योग में इन्फ्लेटेबल संरचनाओं और लाईटवेट मटीरियल की भूमिका पर हुई चर्चा। आखिर क्या और क्यों ? Tap कर जाने
* आईआईटी रूड़की में आईएसएलएमएसडीए 2022 पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का हुआ आयोजन। ( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) रूड़की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की के मैकेनिकल एवं इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग ने विभाग के सभागार में आईएसएलएमएसडीए 2022 विषय (Inflatable Structures and Lightweight Materials: A new era of Space and Defence Applications) पर दो […]
बड़ी खबर : DM हरिद्वार ने IIT रुड़की स्मार्ट इण्डिया हार्डवेयर हैकथान-2022 कार्यक्रम में किया प्रतिभाग, कहा – क्राउड मैनेजमेंट, ट्रैफिक व्यवस्था आदि क्षेत्रों की बेहतर व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में भी अपना दे योगदान। आखिर और क्या ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आई0आई0टी0) रूड़की द्वारा ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित स्मार्ट इण्डिया हार्डवेयर हैकथान-2022 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा विभिन्न वर्गों में प्रतिभागियों को पुरस्कार तथा प्रतीक चिह्न भेंट किये। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि […]
बड़ी खबर : आईआईटी (IIT) रुड़की ने कम कार्बन ऊर्जा उत्पादन के लिए वन्य जैव अवशेषों के उपयोग की संभावनाओं का किया मूल्यांकन। आखिर किसलिए और क्यों ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) से प्रोफेसर विनय शर्मा और प्रोफेसर रजत अग्रवाल ने कम लागत वाली ऊर्जा उत्पादन के लिए वन्य जैव अवशेषों के उपयोग पर एक परियोजना की कल्पना की। “संयुक्त राष्ट्र एसडीजी (UNs SDGs) के साथ संरेखण में वन जैव अवशेष ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से […]
आईआईटी (IIT) रुड़की, एग्रोब (AGROB) और गरुड़ एयरोस्पेस पार्टनर समस्त भारत में ड्रोन प्रशिक्षण करेंगे उपलब्ध। आखिर कब ? Tap कर जाने
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान ) रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की(आईआईटी, रुड़की), एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान; गरुड़ एयरोस्पेस, चेन्नई के साथ पंजीकृत एक प्रमुख ड्रोन स्टार्टअप; और एग्रोब (AGROB), इंडिया और MSME (एमएसएमई), स्टार्ट-अप, गुड़गांव के तहत पंजीकृत एक कृषि-पारिस्थितिकी तंत्र, जिसने तीव्रता से विकसित हो रहे भारतीय ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र में स्वदेशी ड्रोन पायलटों की बढ़ती मांग को संयुक्त रूप से संबोधित करने के लिए एक दीर्घकालिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए। तीनों पक्षों के पारस्परिक लाभ, प्रयासों में ताल-मेल बिठाने और विशेषज्ञ सेवाओं की तलाश करने के लिए, संगठनों ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत काम काज को औपचारिक रूप देने के लिए एक त्रिपक्षीय का गठन किया। यह सॉफ्टवेयर, रोबोटिक्स, डिजिटल समाधान, ड्रोन पायलट प्रशिक्षण, डेमो, एआई आधारित समाधानों में तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों के प्रमुख तकनीकी और अनुसंधान क्षेत्रों में आगामी ड्रोन प्रौद्योगिकियों के पारस्परिक रूप से लाभकारी एरिया में पार्टियों के बीच बातचीत को बढ़ावा देगा और संयुक्त (पायलट) परियोजनाओं को शुरू करेगा, साथ ही आईआईटी रुड़की एप्लिकेशन-आधारित समाधान यानी एआई आधारित निगरानी, दूसरों के बीच प्रदान करेगा। AGROB और गरुड़ वास्तविक समय कार्यान्वयन प्रदान करेंगे।एग्रोब इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कृषि और तकनीकी उत्पादों और सेवाओं के निर्माण पर केंद्रित है। इसने निर्यात-आयात, ई-मार्केटप्लेस के माध्यम से अपनी वैश्विक उपस्थिति भी स्थापित की है, और इसका उद्देश्य अनुसंधान सहायता के साथ लागत प्रभावी ड्रोन का निर्माण, बिक्री और सेवा करना है, साथ ही मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) उद्योग में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस प्रकार ये, ड्रोन एकीकरण और एडोप्शन की लागत के प्रभावी प्रबंधन के लिए अग्रणी है। इसके अलावा, गरुड़ एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए यूएवी या ड्रोन के डिजाइन, निर्माण और अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करता है। कृषि सर्वेक्षण, मानचित्रण, टोही और निगरानी जैसी विविध आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ गरुड़ ड्रोन पायलट प्रशिक्षण, ड्रोन की बिक्री और डेमो भी<span style=”font-size: 12.0pt; font-family: ‘Cambria’,’serif’; mso-fareast-font-family: Cambria; mso-bidi-font-family: Cambria; color: black;” data- उपलब्ध है।