(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / हरिद्वार । कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड शासन द्वारा 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल में छुट्टी करने के निर्देश दिए गए हैं।साथ ही इस दौरान अध्यापको को भी स्कूल नहीं आने के आदेश पारित किये गए है। इसके बावजूद स्कूल खोलने पर देहरादून के कुछ स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। राजधानी देहरादून के छह स्कूल प्रबंधकों को शिक्षा विभाग ने नोटिस भेजा है। जबकि शनिवार को पहला दिन होने के कारण हरिद्वार में शिक्षा विभाग ने सिर्फ ताकीद किया ,शिक्षा विभाग कहना है कि यदि इसके बावजूद हरिद्वार में सोमवार को कोई भी स्कूल खोले जाते है या टीचरो को जबरन बुलाया जाट है तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सैनी ने यहाँ तक कहा कि जरूर पड़ी तो स्कूल प्रबंधन क्र खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही भी की जाएगी। देहरादून शिक्षा विभाग ने ब्राइटलैंड, एन मैरी, दून सरला, डीडी स्कूल, कैस्पर स्कूल और फ्यूचर एरा को नोटिस जारी किया गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली ने कहा कि अब अगर किसी ने विद्यालय खोला तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
वहीं दूसरे देशों से प्रशिक्षण लेकर लौटे देहरादून स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के 62 ट्रेनी आईएफएस अफसरों की डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम ने स्वास्थ्य जांच की। चार ट्रेनी अफसरों में खांसी जुकाम के लक्षण मिलने पर उन्हें कोरोना संदिग्ध मानकर सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी भेज दिए गए हैं। जबकि हरिद्वार के आईआईटी रुड़की के एक छात्र को कोरोना वायरस में संदिग्ध मानकर मेला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। बताया गया कि छात्र तीन मार्च को जापान से लौटकर आया था। मूलतः छात्र राजस्थान का निवासी है। सीएमओ डॉक्टर सरोज नैथानी ने बताया सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।वही जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ब्रह्मपाल सैनी का कहना है कि शनिवार को चूँकि पहला दिन था इसलिए खुलने वाले स्कूलो को ताकीद कर छोड़ दिया गया है परन्तु यदि सोमवार को कोई भी स्कूल खुला तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी और यदि आवश्यकता पड़ी तो क़ानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।