( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड पुलिस फ़ोर्स में अब महिला कमांडो व स्मार्ट चीता पुलिस दस्ते का भी गठन किया जा रहा है। इस दस्ते को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आज विधिवत रूप से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। ट्रेनिंग के बाद इन महिला कमांडो दस्ते को हरिद्वार महाकुम्भ में पहली तैनाती मिलेगी जो महाकुम्भ में सुरक्षा देंगी। कमांडो ये नाम सुनते ही भारत के 7 घातक कमांडो फोर्स जहन में आते हैं, जिसमे मार्कोस फोर्स, पैरा कमांडोज फोर्स, घातक फोर्स ,गरुड़ कमांडो फोर्स, NSG, एसपीजी और कोबरा कमांडो का नाम सामने आता है। राज्य पुलिस की बात करें तो राज्य में एटीएस यानि कि एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड के ही कमांडो देखने को मिलते हैं, लेकिन अब उत्तराखंड में पुलिस विभाग के अलग अलग इकाई की महिला पुलिस की जवान विशेष ट्रेनिंग लेकर कमांडो के रूप में तैयार किया हो रही हैं।
ये 22 महिलाओं का कमांडो दस्ता पूरी ट्रेनिंग के बाद ATS यानि की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड का हिस्सा बनी , जो प्रदेश ही नहीं देश में भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगी। अभी तक पुलिस में इन महिलाओं ने 3 नॉट 3, एसएलआर,इंसास रायफल्स और कार्बाइन राइफल का ही उपयोग किया था, लेकिन अब ये कमांडो X-95, Akm5,कॉर्नर शॉट गन, M 5 गन, ग्लोक 9mm, पिस्टल-9mm, Lmg ,टियर स्मोक गन-stf, 51-मोर्टार जैसे हथियारों को आराम से हेंडलिंग कर दुसमन के छक्के छुडा सकती हैं।
दावा किया जा रहा है कि उत्तराखंड राज्य में एटीएस (एन्टी टेरेरिस्ट स्क्वाड) जैसी सुरक्षा विंग में महिला कमांडो दस्ते का गठन सुरक्षा को पुख़्ता करेगा, जो कि उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण के तरफ बढ़ते कदम के रूप में भी इसको देखा जा सकता है। साथ ही उत्तराखंड की महिलाओं की इससे निश्चित ही हौसला अफजाही होगी।वही डीआईजी अपराध एवं कानून व्यवस्था/प्रवक्ता उत्तराखण्ड पुलिस नीलेश आनंद भरणे का कहना है कि इनकी शुरुआती ट्रेनिंग हरिद्वार के साथ पीटीसी नरेन्द्र नगर में हुयी है, लेकिन अब इन कमांडो को बेहतर ट्रेनिंग देने के लिए NSG, ग्रेहाउंड जेसे ट्रेनिंग सेंटरों में भेजा जायेगा।