* कोविड 19 के अंतर्गत हरिद्वार क्षेत्र में 6 एवं रुड़की क्षेत्र में 5 आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 6 राजकीय एवं 5 निजी केंद्र हैं।
* कोविड 19 आपदा के अंतर्गत हरिद्वार क्षेत्र में 8 रुड़की क्षेत्र में 4 एवं पिरान कलियर में 31 संस्थानों एवं होटलों को फैसिलिटी क्वॉरेंटाइन केंद्र बनाए गए हैं।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग हरिद्वार द्वारा 12 अप्रैल को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सरोज नैथानी के निर्देशानुसार आपदा की स्थिति में कोविड 19 के अंतर्गत विभिन्न आइसोलेशन केंद्रों एवं क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी में बायो वेस्ट के निस्तारण हेतु एजेंसी एमपीसीसी मंडावर भगवानपुर द्वारा किया जा रहा है। जिस हेतु माह अप्रैल 2020 में एनपीसीसी के साथ अनुबंध हस्ताक्षर किया गया है। यह संस्था पूर्व से ही विभिन्न सरकारी गैर सरकारी चिकित्सालयों में बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण निर्धारित प्रतिक्रिया के तहत कर रही है।
सीएमओ डॉ सरोज नैथानी की माने तो कोविड 19 के अंतर्गत हरिद्वार क्षेत्र में 6 एवं रुड़की क्षेत्र में 5 आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं। जिसमें 6 राजकीय एवं 5 निजी केंद्र हैं। उक्त स्थानों से एमपी सी सी एजेंसी द्वारा बायो वेस्ट को एकत्रित करके निस्तारण किया जाता है।उन्होंने बताया कि कोविड 19 आपदा के अंतर्गत हरिद्वार क्षेत्र में 8 रुड़की क्षेत्र में 4 एवं पिरान कलियर में 31 संस्थानों एवं होटलों को फैसिलिटी क्वॉरेंटाइन केंद्र बनाए गए हैं। उक्त स्थानों से एमपीसीसी एजेंसी द्वारा बायो वेस्ट को एकत्रित करके निस्तारण किया जाता है।
डॉ नैथानी के अनुसार अब तक विभिन्न आइसोलेशन केंद्रों एवं क्वॉरेंटाइन फैसिलिटी से 3038.400 किलोग्राम बायो वेस्ट का निस्तारण किया जा चुका है। एजेंसी एमपीसीसी द्वारा बायो वेस्ट को 850 से 1000 डिग्री सेल्सियस पर इन्सीनरेशन प्रतिक्रिया द्वारा मंडावर (भगवानपुर) में निस्तारित एवं ट्रीट किया जाता है। एजेंसी एनपीसीसी द्वारा बायो वेस्ट के निस्तारण डॉक्टर अनमोल चिकित्सा अधिकारी की निगरानी में किया जाता है तथा डॉक्टर अनमोल को उक्त संबंधित समस्त कार्य हेतु नोडल अधिकारी नामित किया गया है।