* धर्म संकट के समय में जगद्गुरुओ,महामण्डलेश्वरों और शंकराचार्यो का मौन अशुभ-बालयोगी ज्ञाननाथ महाराज
* इस निर्लज्जता के विरोध में शिवशक्ति धाम डासना के सन्तो ने रखा एक दिन का स्वैच्छिक उपवास
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
ग़ाज़ियाबाद। शिवशक्ति धाम डासना के सन्यासियों में स्वयं को राधे माँ कहने वाली एक स्त्री के बिग बॉस जैसे सनातन संस्कृति के विरोधी और फूहड़ कार्यक्रम में जाने से बहुत आक्रोश है।शिवशक्ति धाम डासना में चल रहे माँ बगलामुखी महायज्ञ के चौथे दिन यज्ञस्थल से इन सभी सन्यासियों ने अखिल भारतीय संत समिति और अखाड़ा परिषद से इस घटना का संज्ञान लेने की प्रार्थना की।
अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज ने इसको सन्त समाज के लिये बहुत दुःखद और लज्जाजनक बताते हुए कहा कि अखिल भारतीय संत समिति और अखाड़ा परिषद स्वयं को सन्त बताकर बिग बॉस जैसे फूहड़ और लज्जाजनक कार्यक्रमो में जाने वालों के लिये दण्ड की व्यवस्था करे ताकि सनातन धर्म की महान सन्यासी परम्परा का अपमान न हो।अगर कुछ पैसों के लिये इस तरह के लोग यूँ ही सनातन धर्म और सनातन संस्कृति के शत्रुओ के हाथों की कठपुतली बनकर हमारे धर्म और संस्कृति का मजाक बनाते रहेंगे तो आम हिन्दू कैसे सन्तो का सम्मान करेगा।सन्तो को इस खतरे को कम करके नहीं आंकना चाहिये क्योंकि सन्त समाज अपने लोगो की श्रद्धा पर ही जीवित रहता है और आम लोग सन्तो के मार्गदर्शन पर ही अपना जीवन व्यतीत करते हैं।यदि सन्त समाज और जनता का यह रिश्ता टूट गया तो समाज बहुत जल्दी अपना अस्तित्व खो देगा।यही सनातन धर्म के विरोधी चाहते हैं।यदि सनातन धर्म के धर्मगुरुओं का समाज इस अनिष्ट को होते हुए यूँ ही देखता रहेगा तो धर्म के विनाश का सबसे बड़ा दोषी सन्त समाज ही होगा।
हिमाचल प्रदेश से आये हुए दिव्यांग सन्त बालयोगी ज्ञाननाथ जी महाराज ने भी इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि एक स्त्री जो खुद को सन्त कहती है और राधे माँ जैसा पवित्र नाम रखकर बिग बॉस में जाकर सनातन धर्म का मजाक बनवाती है,वह समाज की उपेक्षा और दण्ड के योग्य है।सभी सन्तो को एकमत होकर ऐसे लोगो का बहिष्कार करना चाहिये।यदि लोग धर्म के नाम पर यूँ ही मनमानी करते रहेंगे तो सनातन धर्म को बहुत हानि होगी।
उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से अनुरोध किया कि वो सनातन धर्म और संस्कृति को बचाने के लिये कठोर नियम बनाने की पहल करे।यदि स्वयं को हिंदूवादी कहने वाली सरकार में भी धर्म का इस तरह अपमान होता है तो यह किसी भी तरह से सहन नहीं किया जाएगा।सरकार को यह अच्छी तरह समझना चाहिये कि हिन्दू समाज ने इस सरकार को धर्म की रक्षा के लिये बनाया है।
शिवशक्ति धाम के सन्तो ने इस घृणित घटना के विरोध में आज एक दिन का स्वैच्छिक उपवास भी रखा।उपवास रखने वालों में यति सत्यदेवानन्द सरस्वती, यति सेवानन्द सरस्वती, यति शिवानन्द सरस्वती,स्वामी धर्मानन्द गिरी,अनिल यादव,बृजमोहन सिंह तथा दूसरे सन्यासी शामिल हैँ।