( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। कारोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है, जिसके चलते ज्यादातर लोग अपने घरों में हैं। नतीजतन, बीते एक महीने में क्राइम के ग्राफ में भी तेजी से कमी देखने को मिली है। वहीं, घरेलू हिंसा और महिला अपराध की बात की जाए, तो इन मामलों में ही बढ़ोत्तरी दिखी है। उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, आम तौर पर राज्य में स्थित पुलिस हेल्पलाइन 112 में हर महीने डेढ़ लाख तक कॉल आते थे। जिसमें सभी कॉल में एक्सीडेंट, लूट, चोरी, डकैती, हत्या, महिला अपराध जैसे मामले रहते थे। वहीं, लॉकडाउन लागू होने के बाद राज्य हेल्पलाइन में आने वाली कॉल्स की संख्या करीब 2.5 लाख तक पहुंच गई है। हालांकि यह बात दीगर है कि पुलिस हेल्पलाइन में आने वाली 2.5 लाख कॉल्स अपराधों के लिए नहीं, बल्कि लोग अब अपनी जमर्रा की जरूरतों के लिए कॉल कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार, लॉकडाउन से पहले महिला अपराध से जुड़ी करीब 2500 कॉल्स हर महीने आतीं थी। वहीं लॉकडाउन के बाद महिला अपराध से जुड़ी कॉल्स की संख्या करीब 2700 तक पहुंच गई है। यानी, बीते एक महीने में महिला अपराध में बढ़ोतरी देखने को मिली है। एसपी डायल 112 वेदपाल सिंह नेगी का कहना है कि आम दिनों में जो भी कॉल आती थी, वो क्राइम से जुड़ी होती थी। लेकिन, लॉकडाउन में 85 फीसदी क्राइम में कमी आयी है। डीजी अशोक कुमार भी मानते है कि लॉकडाउन के चलते ज्यादातर लोग अपने घरों में ही हैं, ऐसे में आपराधिक मामलों में कमी आने की बात लाजमी है। उनका यह भी कहना है कि अभी भी महिला अपराध या फिर घरेलू हिंसा के मामलों में ही बढ़ोतरी देखने को मिल रही हैं।