* इस बीच केन्द्र सरकार ने राज्यों को हिदायत दी है कि वो लॉक डाउन का पालन सख्ती कराये ।
( ब्यूरो, न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली / लखनऊ / देहरादून । भारत कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की संख्या 400 को पार कर गई है। इस बीच केन्द्र सरकार ने राज्यों को हिदायत दी है कि वो लॉक डाउन का पालन सख्ती कराये । साथ ही कहा है कि अनुपालन नहीं कर रहे है उनपर तुरंत क़ानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। आपको बता दे कि 31 मार्च तक देश 80 जिलों में लॉक डाउन आदेश दिए गए है।
पीएम मोदी हुए नाराज़
इससे पहले आज पीएम मोदी ने भी लोगों द्वारा लॉकडाउन न मानने के चलते नाराज़गी जताई थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं ।
31 मार्च तक लॉकडाउन
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मोदी सरकार ने रविवार को कई बड़े फैसले किए थे। अगले 31 मार्च तक के लिए सारी पैसेंजर ट्रेन, मेट्रो और अंतरराज्यीय बसों के परिचालन को रद्द कर दिया गया है। ये सारे फैसले एक हाई लेवल मीटिंग में लिए गए थे। जिन 80 जिलों में अब तक कोरोना वायरस के केस मिले हैं वहां की राज्य सरकारों को कहा गया है कि वो जरूरी चीजों और सेवाओं को छोड़ कर बाकी चीजें बंद कर दें। वही एतिहात के तौर पर भी कई सरकारों ने लॉक डाउन किया है।
कई तरह की पाबंदियां
जब भी कहीं लॉकडाउन लगाया जाता है तो आम लोगों पर कई तरह की पाबंदियां लग जाती हैं। घर से बाहर निकलने पर भी रोक लग जाती है। ये एक आपातकालीन व्यवस्था है जो सामान्य तौर पर लोगों को एक निश्चित इलाके में रोकने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसकी घोषणा सामान्य तौर लोगों को बड़ी आपदाओं से बचाने के लिए की जाती है। लॉकडाउन में सरकार ये चाहती है कि लोग एक जगह से दूसरी जगह आवाजाही नहीं करें।
यूपी के 15 जिले लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 15 जिलों को लॉकडाउन कर दिया है। इन जिलों में आगरा, लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, बरेली, आजमगढ़, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर और सहारनपुर का नाम शामिल है।
उत्तराखण्ड के सभी 13 जिलों में लॉकडाउन
उत्तराखण्ड सरकार ने एतिहात के तौर पर रविवार को ही देर शाम मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, सचिव वित्त अमित नेगी, स्वास्थ्य एवं गृह सचिव नितेश झा के साथ आपात बैठक ली। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि जनता कर्फ्यू को 31 मार्च तक जारी रखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस अनुभवों और उसकी भयावहता को देखते हुए, राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के अन्तर्गत हमारी अन्तर्राज्जीय परिवहन सेवा और राज्य के अन्तर्गत सार्वजनिक परिवहन सेवा को प्रतिबन्धित किया जा रहा है। दूसरी बात जो राज्य में हमारी आवश्यक सेवाएं हैं, चाहे स्वास्थ्य सम्बन्धी हों, खाद्य सम्बन्धी हों और अन्य जो भी अन्य आवश्यक सेवाएं हैं वो उपलब्ध रहेंगी, इनकी दुकानें खुली रहेंगी। सभी जिलाधिकारियों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। मुख्यमन्त्री ने सभी प्रदेशवासियों से यह भी अनुरोध है कि वो अपने शहर, अपने मुहल्लों को न छोड़ें। जो गांव के लोग हैं वो अपने गांव से बाहर न निकलें। जब बहुत जरूरी हो, तभी गांव से बाहर निकलें। आगामी 31 मार्च तक के लिए यह निर्णय लिया गया है।