* हरिद्वार में जिलाधिकारी के आदेश के बाद दुकाने नहीं खुली। जबकि हरिद्वार -देहरादून मार्ग पर फनवैली के सामने पहली दुकान खुली ,जहां शराब लेने वालो की लाइन देखने को मिली।
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून / हरिद्वार। चकराता रोड स्थित बिंदाल पुल और किशननगर चैक के निकट स्थित शराब की दुकान नहीं खुलने से लोगों को मायूस लौटना पड़ा है। शराब के शौकीन सोमवार सुबह 7 बजे से ही दुकानों के सामने शराब खरीदने के लिए खड़े थे। सवेरे 10 बजे तक दुकान नहीं खुलने के बाद इंतजार करते लोग मायूस होकर खाली हाथ लौट गए। चकराता रोड स्थित बिंदाल पुल और किशननगर चैक के निकट शराब की दुकान खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। जबकि, घंटाघर और आरा घर की दुकानों में सुबह से ही भीड़ भाड़ देखने को मिली। ऐसे में शराब की दुकान नहीं खुलने से लोगों को मायूस लौटना पड़ा है। इस दौरान चकराता रोड स्थित शराब की दुकान पर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए 2 पुलिसकर्मी भी पहुंचे।वही हरिद्वार में जिलाधिकारी के आदेश के बाद दुकाने नहीं खुली। जबकि हरिद्वार -देहरादून मार्ग पर फनवैली के सामने पहली दुकान खुली ,जहां शराब लेने वालो की लाइन देखने को मिली। इस दौरान पुलिसकर्मियों से लोग शराब की दुकान खोले जाने को लेकर सवाल जवाब करते रहे। वहीं बीते रोज ज्यादातर ठेकेदारों ने दुकान नहीं खोलने का निर्णय लिया था। उनका कहना था कि जब तक अतिरिक्त कर चुकाने का मामला नहीं सुलझाया जाता वो दुकानें नहीं खोलेंगे।
40 दिन बाद लॉकडाउन थ्री के पहले दिन खुलीं वाइन शॉप, लगी लंबी लाइनें
कोरोना लॉकडाउन जब से लागू हुआ तब से उत्तराखंड में वाइन शॉप बंद थीं, जिन्हें लॉकडाउन थ्री के पहले दिन खोल दिया गया है। 40 दिन बाद शराब के ठेके खुलने पर शॉप के बाहर लंबी लाइन लगी दिखीं। शहर में कुछ शराब की दुकान न खुलने से कुछ उपभोक्ताओं को मायूसी हाथ लगी। पहले दिन शहर के भीतर अंधिकांश ठेके न खुलने के कारण देशी शराब के लिए मारामारी देखने को मिली। ऊपर से खुली दुकानों में से कई पास रैगूलर ब्रांड नहीं मिल पाया।
सोमवार से पाबंद क्षेत्रों को छोड़कर शराब और बीयर की दुकानें खोली गई। इस दौरान सेल्समैन ग्लव्स पहने दिखे। दुकानों के बाहर खरीदारों के बीच छह फीट की दूरी रखनी अनिवार्य की गयी थी। एक दुकान पर पांच से ज्यादा लोगों के खड़े रहने पर पाबंदी लगाई गयी थी। इसके अलावा यदि पांच से अधिक लोग रहते हैं तो पांचवें से छठे व्यक्ति के बीच 10 फीट का अंतर रखना पड़ा। दुकान के अंदर और बाहर सैनिटाइजर भी रखने के आदेश दिए गए थे। ताकि सफाई का ध्यान रखा जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। प्रशासन के आदेश है कि यदि शराब ठेकों पर सोशल डिस्टेंस की अनदेखी हुई तो ठेका संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। कानून व्यवस्था भंग होने का खतरा हुआ तो ठेके को बंद कराया जाएगा।