( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। महाकुम्भ 2021 को लेकर सरकार और मेला प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा हुआ है।इसी के तहत मुख्यमन्त्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रविवार को हरिद्वार पर थे। कुम्भ की तैयारियों के मद्देनज़र रावत का हरिद्वार का पिछले डेढ़ महीने में यह दूसरा दौरा है। इस दौरान सीएम ने कुम्भ निर्माण कार्यो का जायजा लिया। इससे पहले मुख्यमन्त्री त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून से हरिद्वार सड़क मार्ग से पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देहरादून-हरिद्वार के बीच बन रहे हाईवे का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री का काफिला लाल तप्पड़ में निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर रुका। यहां मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से फ्लाई ओवर निर्माण कार्य को लेकर जानकारी ली। निर्माण एजेंसी ने बताया कि फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अपनी डेटलाइन के अनुसार 31 जनवरी तक कंप्लीट हो जाएगा।
सीएम त्रिवेंद्र रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कुंभ के सभी काम अपने नियत समय पर पूरे हो रहे हैं। एक अन्य सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कल कोरोना के लेकर नई एसओपी जारी की है, राज्य सरकार उसी के अनुरूप अनुरूप आगे का निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना का सेकेंड और थर्ड स्ट्रेन भी आ चुका है। हरिद्वार दौरे में मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव ओम प्रकाश समेत संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में कुंभ कार्यों का निरीक्षण किया। देखा जाय तो 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा के स्नान के साथ ही एक तरह से महाकुंभ का विधिवत आगाज हो जाएगा। 11 मार्च को कुंभ का पहला शाही स्नान है।
सीएम त्रिवेंद्र रावत का पिछले डेढ़ महीने में हरिद्वार का ये दूसरा दौरा है, जब वे कुंभ कार्यों का निरीक्षण करने हरिद्वार आए हैं। मुख्यमंत्री लगातार कुम्भ कार्यों की मॉनिटरिंग करते रहे हैं। फिर चाहे वह अखाड़ों के साथ बातचीत कर कुंभ की व्यवस्थाओं को आकार देने की बात हो या फिर निर्माण कार्यों के समय पर संपन्न होने का चैलेंज। पिछले कुछ समय में हरिद्वार-देहरादून हाइवे का तेजी के साथ काम हुआ। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि इसके लिए काम की प्रॉपर मॉनिटरिंग जरूरी है। दूसरी एक है कि कुम्भ 2021 को भव्य और दिव्य कुम्भ बनाना भी एक चैलेन्ज से काम नहीं है क्योकि उत्तर – प्रदेश के अर्ध – कुम्भ को देखते हुए एक बड़ी चुनौती है। महाकुम्भ 2021 की स्नान की क्या – क्या तिथियां है और कब – कब शाही स्नान होंगे। उनकी तारीखे निम्नवत है :-