-अलीगढ़ थाना क्षेत्र का है किशोर, हाथरस की रहने वाली है किशोरी
-आरपीएफ व चाइल्ड लाइन ने किशोरी को किया परिजनों के सुपुर्द
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
अलीगढ़। परिजनों की डांट से क्षुब्ध होकर अलीगढ़ व हाथरस थाना क्षेत्र के किशोर व किशोरी स्टेशन पहुंच गए। जिन्हें आरपीएफ व चाइल्ड लाइन की टीम की मदद से परिजनों के सुपुर्द किया गया। वहीं एक अन्य किशोरी के परिजनों का अभी कोई सुराग नहीं लगा है, जिसे चाइल्ड लाइन की सुपुर्दगी में आरपीएफ ने दे दिया है।
केस-1
परिजनों ने डांटा तो छोड़ा घर
प्रभारी निरीक्षक सीएस तोमर ने बताया कि शुक्रवार की रात एएसआई ओमवीर सिंह, कांस्टेबल अनवार खां के साथ प्लेटफार्म नंबर 7 पर गश्त पर थे। इसी दौरान एक किशोर संदिग्ध अवस्था में मिला, उक्त किशोर से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम व पता कमालपुर अलीगढ़ बताया। बताया कि परिजनों ने उसे डांटा था, जिसके चलते वह घर से नाराज होकर स्टेशन पर आया है। लेकिन, वह अपना मोबाइल नंबर नहीं बता सका, उक्त बच्चे को घर जाने के लिए कहा तो उसने घर जाने से मना कर दिया। आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक ने किशोर को चाइल्डलाइन टीम के सदस्यरूपी सक्सेना व सीमा भारती के सुपुर्द किशोर को किया।
केस-2
मम्मी ने मारपीट की तो पहुंची स्टेशन
प्रभारी निरीक्षक सीएस तोमर ने बताया कि एसआई आरबी मीणा कांस्टेबल योगेश कुमार व चाइल्डलाइन के सदस्य मोहम्मद जीशान व निर्मल गुप्ता मिले जिनको साथ लेकर स्टेशन पर गश्त व चैकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक किशोरी पोस्ट ऑफिस के सामने अकेली संदिग्ध अवस्था में परेशान घूम रही थी। उसके पास जाकर उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम व पता जिला हाथरस बताया। पूछताछ करने पर बताया कि घर पर मम्मी ने मारपीट की थी। जिससे नाराज होकर वह स्टेशन पहुंच गई। किशोरी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया। इसके बाद शनिवार को किशोरी के परिजनों के अलीगढ़ पहुंचने पर उनके सुपुर्द किशोरी को कर दिया गया है।
केस-3
प्रभारी निरीक्षक सीएस तोमर ने बताया कि कंट्रोल पर यात्री नरेश कुमार ने सूचना दी कि कटियार-अमृतसर एक्सप्रेस के कोच नंबर 16 सीट न-42 पर एक किशोरी अकेली बैठी है और रांची-रांची बोल रही है। लेकिन, अन्य जानकारी नहीं दे रही है। उक्त सूचना पर एएसआई धर्मवीर सिंह को स्टेशन पर अलर्ट किया गया। रात करीब 1:43 बजे प्लेटफार्म नंबर 4 पर ट्रेन को अटेंड किया गया। किशोरी से पूछताछ की गई, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। किशोरी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया।