*मण्डल के देहरादून ,हरिद्वार , रुड़की , हापुड़ , मुरादाबाद , बरेली , शाहजहांपुर तथा हरदोई रेलवे स्टेशनों पर किया गया ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्ना) दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन के उद्घाटन का सजीव प्रसारण।
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
मुरादाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुब्रमण्यम हॉल, एनएएससी कॉम्प्लेक्स, आईएआरआई कैंपस, पूसा नई दिल्ली में ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्ना) दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी सह क्रेता-विक्रेता बैठक मंडप का भी उद्घाटन किया और उसका दौरा किया। उन्होंने एक स्मारक डाक टिकट और स्मारक सिक्के का भी अनावरण किया। इसके बाद प्रधानमंत्री जी ने डिजिटल रूप से इंडियन मिलेट (श्री अन्ना) स्टार्टअप्स और बाजरा (श्री अन्ना) मानकों की एक पुस्तक का संग्रह लॉन्च किया।
अंतर्राष्ट्रीय नेताओं ने इस अवसर पर अपने संदेश दिए। इथियोपिया के राष्ट्रपति, एच.ई. सहले-वर्क ज़ेवडे ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए भारत सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा,कि इस समय लोगों को खिलाने के लिए बाजरा एक सस्ता और पौष्टिक विकल्प प्रदान करता है। इथियोपिया उप-सहारा अफ्रीका में एक महत्वपूर्ण बाजरा उत्पादक देश है। उन्होंने बाजरा के प्रसार के लिए आवश्यक नीतिगत ध्यान को उजागर करने और उनके पारिस्थितिकी तंत्र के अनुसार फसलों की उपयुक्तता का अध्ययन करने के लिए आयोजन की उपयोगिता को रेखांकित किया।
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ मोहम्मद इरफ़ान अली ने कहा, कि भारत ने बाजरा के कारण को बढ़ावा देने में वैश्विक नेतृत्व ग्रहण किया है और ऐसा करने में यह बाकी दुनिया के उपयोग के लिए अपनी विशेषज्ञता दे रहा है। गुयाना ने खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाजरा को एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में मान्यता दी है, उन्होंने सूचित किया कि गुयाना विशिष्ट बाजरा उत्पादन के लिए 200 एकड़ भूमि निर्धारित करके बाजरा के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए भारत के साथ सहयोग शुरू कर रहा है जहां भारत प्रौद्योगिकी के साथ तकनीकी मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगा।सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस के आयोजन पर सभी को बधाई दी और कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल वैश्विक भलाई के लिए एक आवश्यकता हैं बल्कि वैश्विक भलाई के प्रति भारत की जिम्मेदारियों का प्रतीक भी हैं।
संकल्प को वांछनीय परिणाम में बदलने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, माननीय प्रधान मंत्री जी ने दोहराया कि वर्ष 2023 को भारत द्वारा लगातार प्रयासों के बाद संयुक्त राष्ट्र द्वारा बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया था। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की, कि भारत का अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जब दुनिया बाजरा का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष मना रही है। माननीय प्रधामंत्री जी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ग्राम पंचायत, कृषि केंद्रों, स्कूलों, कॉलेजों और कृषि विश्वविद्यालयों की सक्रिय भागीदारी के साथ बाजरा की खेती, बाजरा अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य लाभ और किसानों की आय जैसे विषयों पर विचार-मंथन सत्र आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि आज इस कार्यक्रम से 75 लाख से अधिक किसान वर्चुअली जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री जी ने इस अवसर को चिह्नित करने के लिए एक स्मारक सिक्के और एक डाक टिकट के अनावरण के साथ-साथ बाजरा मानकों पर पुस्तक का विमोचन और आईसीएआर के भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान को वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र के रूप में घोषित किया। प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधियों से कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी देखने और एक ही छत के नीचे बाजरे की खेती से जुड़े सभी आयामों को समझने को कहा। उन्होंने बाजरा से संबंधित उद्यमों और खेती के लिए स्टार्टअप लाने की युवाओं की पहल की सराहना की।
“यह बाजरा के लिए भारत की प्रतिबद्धता का एक संकेत है” आज भारत वर्ष के अनेक रेलवे स्टेशनों तथा अन्य जगहों पर ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्ना) दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन के उद्घाटन का सजीव प्रसारण किया गया । मण्डल के देहरादून ,हरिद्वार , रुड़की , हापुड़ , मुरादाबाद , बरेली , शाहजहांपुर तथा हरदोई रेलवे स्टेशनों पर भी 28 डिस्प्ले स्क्रीन द्वारा लगभग 3600 लोगों ( रेलवे कर्मचारियों व यात्रियों ) ने ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्ना) दो दिवसीय वैश्विक सम्मेलन के उद्घाटन का सजीव प्रसारण देखा ।