* दोनों इसके लिए लगातार सीएए विरोध के बहाने शाहीन बाग व जामिया क्षेत्र के युवाओं को बरगला रहे थे।
* दिल्ली पुलिस ने दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर सर्च अभियान चालू कर दिया है।
(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के पीछे आतंकी संगठन आईएसआईएस का लिंक सामने आया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को ओखला क्षेत्र के जामिया नगर में छापा मारकर जम्मू-कश्मीर के मूल निवासी एक दंपती को गिरफ्तार किया, जो आईएस के अफगानिस्तान में सक्रिय मॉड्यूल इस्लामिक स्टेट ऑफ खोरासन प्रॉविंस (आईएसकेपी) से संपर्क में थे और जल्द ही देश में किसी बड़े आत्मघाती हमले को अंजाम देने की तैयारी में थे।दोनों इसके लिए लगातार सीएए विरोध के बहाने शाहीन बाग व जामिया क्षेत्र के युवाओं को बरगला रहे थे। दिल्ली पुलिस ने दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर सर्च अभियान चालू कर दिया है।दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक, आरोपी दंपती की पहचान जहांजेब सामी और उसकी पत्नी हिना बशीर बेग के तौर पर हुई है। दोनों पिछले साल जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 खत्म होने पर श्रीनगर से अगस्त में दिल्ली पहुंचे थे।
पुलिस टीम को उनके पास से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जिहादी विचारों को बढ़ावा देने वाली भड़काऊ किताबें व अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। कुशवाहा ने बताया कि दोनों शाहीन बाग व जामिया के सीएए विरोधी प्रदर्शन में तीन महीने से सक्रिय थे। सीएए के विरोध को लंबा चलाने के लिए ये दोनों प्रदर्शनकारियों को जिहाद के नाम पर भड़काते थे।
व्हाट्सएप से संपर्क करते थे अफगानिस्तान
सामी और हिना लगातार सोशल मीडिया और व्हाट्सएप कालिंग के जरिये आईएसकेपी के वरिष्ठ सदस्यों से अफगानिस्तान में संपर्क बनाए हुए थे। सामी खुद को अमीर ऑफ विलाया हिंद कहलाने वाले खोरासान के हुजैफा बाकिस्तानी से भी संपर्क में था, जो अब मारा जा चुका है।
इसके अलावा सामी ने पूछताछ में यह भी बताया कि उसने आईएस की ‘सॉत अल-हिंद (वॉयस ऑफ इंडिया)’ पत्रिका के फरवरी अंक के प्रसार में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।