(ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। डालनवाला थाना क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट मालिक द्वारा ब्यूटी पार्लर संचालिका के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। युवती जब गर्भवती हो गई, तो आरोपित ने जबरन दवाई खिलाकर गर्भपात करवा दिया। डालनवाला थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इंस्पेक्टर मणिभूषण श्रीवास्तव के मुताबिक पीड़ित युवती ने बताया कि देहरादून में उसका पार्लर था। वहां रेस्टोरेंट मालिक राजीव निवासी बसई बाउद्दीनगर, नोएडा अक्सर किसी न किसी बहाने से आया करता था। पड़ोसी होने के नाते युवती और राजीव के बीच बातचीत होने लगी। 22 फरवरी 2018 को राजीव ने युवती को ये कहकर अपने रेस्टोरेंट पर बुलाया कि उसका उसका जन्मदिन है और उसने डिनर रखा है।
युवती ने आरोप लगाया कि जब वो रेस्टोरेंट पहुंची, तो राजीव उसे रेस्टोरेंट के प्रथम तल पर ले गया और एक ग्लास में कोल्ड्रिंग दी, जिससे युवती का सर घुमने लगा। कुछ देर बाद राजीव युवती को नीचे बने एक छोटे से कमरे में ले गया, जहां उसने युवती के साथ जबरदस्ती शुरू कर दी। विरोध करने पर आरोपित ने युवती को बुरी तरह पीटा और जबरदस्ती दुष्कर्म किया।
आरोप है कि आरोपित ने युवती का अश्लील वीडियो भी बना दिया और घटना के बाद राजीव डरा धमकाकर दुष्कर्म करता रहा। यहां तक की आरोपित कई बार युवती को शहर से बाहर भी लेकर गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि युवती ने इस घटना के बाद पार्लर भी बंद कर दिया, लेकिन राजीव युवती के घर तक पहुंच गया और युवती को ब्लैकमेल करने लगा। इसके बाद राजीव ने युवती पर अपने दोस्तों के साथ भी शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला। अक्टूबर 2019 के पहले हफ्ते युवती की तबीयत खराब हुई, तो उसने अपना टेस्ट करवाया, जिसमें वह गर्भवती निकली। युवती ने राजीव को ये बात बताई, उसने उसे कुछ दवाइयां लाकर दी और जबरन युवती का गर्भपात कराया। 25 दिसंबर 2019 को एक सेंटर में अल्ट्रासाउंड कराया, तो पता चला की भ्रूण के अवशेष तब भी युवती के पेट में थे। इससे पहले मई 2018 में राजीव ने युवती का आधार कार्ड और पैन कार्ड ले लिया था। इसके साथ ही एए इंटरप्राइजेज नाम से जीएसटी का रजिस्ट्रेशन करा लिया था, जिसमें युवती को प्रॉपराईटर दर्शाया गया। आरोपित राजीव युवती के नाम से डेढ वर्ष से ठेकेदारी का काम कर रहा है और युवती के फर्जी हस्ताक्षर बना करोड़ों रुपयों के टेंडर भी ले चुका है। युवती को पता तब लगा जब युवती के नाम पर 4 लाख रुपये की जीएसटी की देनदारी सामने आई।