( ज्ञान प्रकाश पाण्डेय )
देहरादून। उत्तराखण्ड में अब अपराधियों की खैर नहीं है। क्योकि गढ़वाल रेंज ने प्रदेश के सात जिलों में टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट जारी की है। अब इन अपराधियों की खैर नहीं है। इनपर जल्द ही कार्यवाही शुरू होगी या यह कहना अतिशोक्ति नहीं होगी कि कार्यवाही अमल में लाने की हरी झण्डी भी जिलों के कप्तानों को मिल चुकी है। जानकारी के मुताबिक, आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने सभी 7 जिलों के कप्तानों से उनके जिलों में टॉप टेन बदमाशों की लिस्ट मंगवाई थी ,जिनमे कुल 05 जिलों में ही टॉप 10 अपराधी है। इस लिस्ट में बड़े और वांटेड कई बदमाश आज भी फरार चल रहे हैं,साथ ही उन्होंने सभी जिलों के कप्तानों को इन अपराधियों पर सख्त नजर रखने के भी आदेश दिए हैं।
अभिनव कुमार का मानना है कि कोरोना महामारी के बाद ये अपराधी फिर से सक्रिय हो सकते हैं और बेरोजगार युवाओं को भ्रमित कर इलाके में आपराधिक घनाओ को अंजाम दे सकते हैं। भले ही इस टॉप टेन लिस्ट में कुछ कुख्यात अपराधी जेल में बंद हैं। लेकिन जेल में भी उनकी गतिविधियों पर नज़र के साथ उनसे मिलने वालों पर भी पुलिस निगरानी रख रही है। आपको बता दें की अपराधों पर लगाम लगाने और जेल से अपराध के नेटवर्क को चलाने वाले बदमाशों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए ये टॉप टेन लिस्ट तैयार की गई है। इस लिस्ट में हत्या, डक़ैती और लूट जैसे जघन्य अपराधी शामिल हैं, साथ ही जो अपराधी जेल से बाहर हैं या फरार चल रहे हैं उनपर भी निगरानी रखने के आदेश दिए हैं।
ऐसे अपराधी जो पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं
गढ़वाल रेंज के तीन जिलों में आज भी ऐसे अपराधी हैं जो पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उनको भी जल्द अरेस्टिंग के आदेश दिए गए हैं। आईजी गढ़वाल अभिनव कुमार ने बताया कि बदमाशों के गिरोह को ध्वस्त करने के साथ ही उनकी सक्रीयता पर नज़र रखी जा सकेगी। इसमें पुलिस अभियान चलाकर ऐसे बदमाशों पर कार्रवाई करेगी। टॉप टेन में शामिल अपराधियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। 05 जिलों के 43 अपराधी हैं जिनपर पुलिस अपनी नजर बनाए रखे हुई है। ताकि ये अपराधी किसी भी आपराधिक घटना को अंजाम न दे पाएं। आज भी पुलिस को कई ऐसे बड़ी बदमाशों की तलाश है जो कि पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। आपको बता दें कि देहरादून जिले के क्लिमेंट टाउन थाने से संतोष रावत, पौड़ी जिले के कोटद्वार थाने से तेजपाल व विक्रम ठाकुर के अलावा उत्तरकाशी जिले के कोतवाली से अरविंद भट्ट जैसे बड़े अपराधी आज भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इन अपराधियों को पकड़ने के लिए अब पुलिस सघन तलाशी चलाएगी।