( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड को कोविशील्ड वैक्सीन की 92 हज़ार 500 नई डोज मिल गई है। जिसका इस्तेमाल फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए होगा। वही अबतक हुए 3 दिन के वैक्सीनेशन में 100 % हेल्थ वर्कर्स क्यों नहीं आए, इसकी भी अलग-अलग वजहें सामने आई हैं। साल 2021 में सबसे बड़ी राहत बनकर आई कोरोना वैक्सीन की 92 हजार 500 डोज देहरादून पहुंच चुकी हैं, जबकि पहले फेज में 1 लाख 13 हजार डोज के साथ वैक्सीनेशन का काम शुरू हुआ था. देश में 16 जनवरी को वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। एक दिन में राज्य के 34 सेंटर्स पर 3400 हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन होना है, लेकिन 16 जनवरी को 2276, 18 जनवरी को 1961 और 19 जनवरी को 1882 हेल्थ वर्कर्स वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे। डॉक्टर्स का कहना है कि 100 परसेंट हेल्थ वर्कर्स ने ना आने की बड़ी वजह ब्लड प्रेशर, शुगर, दूसरी बीमारियां और प्रेग्नेंसी केस हैं। वहीं किसी के मन मे कोई डर ना हो, इसके लिए काउंसलिंग की जा रही है।
डीजी हेल्थ का कहना है कि पहले राउंड में 50 हजार हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगेगी, जिसमें अभी 10 से 15 दिन का वक्त लगेगा, इसलिए चिंता की कोई वजह नहीं है । वहीं वैक्सीन कोई लगाना चाहता है या नहीं, ये तय आपको करना है। ऊत्तराखंड में अब तक वैक्सीन की करीब 2 लाख डोज आ चुकी हैं, जबकि सबसे पहले 3 लाख फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन होना है। वहीं आने वाले दिनों में जल्द वैक्सीन की और नई डोज राज्य को मिलेंगी। उत्तराखंड में कोरोना का पहला केस 15 मार्च 2020 को आया था, और अब तक उत्तराखंड में कुल 95 हज़ार केस सामने आ चुके हैं।