( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। दशहरा की रात अर्थात आज रात में उत्तरी खंड गंगनहर बंद हो जाएगी। इससे हरकी पैड़ी पर श्रद्धालुओं के लिए पानी का संकट खड़ा हो जाएगा। हरिद्वार समेत उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में सिंचाई और दिल्ली में भी पीने के पानी में 400 क्यूसेक कमी आएगी।SDO हेड क्वार्टर (कैनाल ) अनिल कुमार निमेष के अनुसार सालाना मरम्मतीकरण के लिए गंगनहर को बंद किया जाता है। जिसमें, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की ओर से गेट और घाटों की मरम्मत व गंगनहर की साफ-सफाई की जाती है। इस आधार पर देखे तो करीब 20 दिन के लिए बंद होने वाली गंगनहर से हरकी पैड़ी पर गंगा की किल्लत खड़ी हो जाएगी। गंगा स्नान के लिए आने वाले यात्रियों को कम पानी में स्नान करना पड़ेगा क्योंकि भीमगोड़ा बैराज से पानी नहीं छोड़ा जाएगा।

यहां जो पानी आएगा वह सीधे आएगा।हालांकि, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अभियंताओं का दावा है कि भीमगोड़ा बैराज से हरकी पैड़ी की तरफ के गेट बंद से पानी रुकने से हरकी पैड़ी पर आने वाले गंगाजल की मात्रा में बढ़ोतरी हो जाती है। जिससे, श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करने के योग्य गंगाजल मिलता रहेगा।उधर, उत्तराखंड गंगनहर से हरिद्वार जिले के साथ ही उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में पानी जाता है, लेकिन सबसे अधिक सिंचाई के लिए हरिद्वार उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, मेरठ और गाजियाबाद में पड़ती है। इसके अलावा दिल्ली में भी 400 क्यूसेक गंगनहर के पानी को फिल्टर कर पेयजल के लिए उपयोग में लिया जाता है।उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अवर अभियंता हरीश कुमार ने बताया कि दशहरा के दिन 24 अक्तूबर की रात में 12 बजे के बाद गंगनहर को बंद कर दिया जाएगा। दिवाली रात में 11 नवंबर को गंगनहर को चालू कर दिया जाएगा।

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