*स्वामी चिन्मयानंद महाराज पर आरोप लगाने वाली महिलाएं राम रहीम की शिष्याएं:वेदान्त प्रकाश*
( नवीन कुमार )
हरिद्वार। स्वामी चिन्मयानंद पर ज़मीन बेचने का आरोप लगाने वाली कथित साध्वियों के मामले में नया मोड़ आ गया है। ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश के शिष्य स्वामी वेदान्त प्रकाश उर्फ अनुज ने प्रेस को जारी बयान में उक्त महिलाओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जिस जमीन को बेचने के आरोप ये महिलाएं लगा रही है वो जमीन इनकी है ही नही और न ही कभी इनके नाम दर्ज हुई है। वर्तमान में लगाए गए आरोप हरिद्वार न्यायालय में पहले ही खारिज़ हो चुके हैं।स्वामी वेदांत प्रकाश ने कहा कि उनके गुरु स्वामी सहज प्रकाश पावन धाम के अध्यक्ष थे। संस्था का मुख्यालय पंजाब के मोगा में है। 14 नवंबर 2020 को पंजाब में स्वामी सहज प्रकाश का संदिग्ध परिस्थितियों में देहांत हो गया था। उनके निधन के बाद 29 नवंबर 2020 को हरिद्वार में उनकी षोडशी हुई जिसमें स्वामी वेदांत प्रकाश को अखाड़े व संत समाज ने चद्राभिषेक कर स्वामी सहज प्रकाश का उत्तराधिकारी घोषित किया था। स्वमी सहज प्रकाश के निधन के बाद उनकी लक्सर स्थित निज़ी संपत्ति राजस्व अभिलेखों में उनके एकमात्र शिष्य वेदांत प्रकाश के नाम चढ़ गई व अपने नाम हुई ज़मीन का उन्होंने बैनामा कर दिया।स्वामी वेदान्त प्रकाश ने बताया कि इसी बीच हरियाणा के राम रहीम के आश्रम से जुड़ी तृप्ता शर्मा निवासी मोगा पंजाब व सुखजीत कौर उर्फ पप्पी रानी निवासी संगरूर पंजाब स्वामी सहज प्रकाश की संपत्ति को हड़पने के इरादे से एक फर्जी वसीयत के आधार पर अपना दावा करने लगी।उन्होंने कहा कि उक्त दोनों महिलाओं द्वारा ट्रस्ट के जाली कागज भी बनाये गए जिनको बाद में सोसाइटी रजिस्ट्रार ने भी जाली पाया। स्वामी वेदान्त प्रकाश ने बताया कि स्वामी सहज प्रकाश की हत्या की साजिश, जाली वसीयत बनाने व ट्रस्ट के कागजो से छेड़छाड़ करने के आरोपों की संस्था के ट्रस्ट द्वारा पुलिस में भी शिकायत की गयी है जिसकी पंजाब व हरिद्वार पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि तृप्ता और सुखजीत के खिलाफ देहरादून के राजपुर थाने में जमीन कब्जाने के आरोपों में मुकदमा दर्ज हो चुका है। ये दोनों आपराधिक प्रष्ठभूमि की महिलाएं हैं व इनके साथ हरियाणा के माफिया लगे हुए हैं।स्वामी वेदान्त ने कहा कि जिस जमीन को बेचने के आरोप उक्त महिलाएं लगा रही हैं वो कभी उनकी थी ही नही और न ही कभी राजस्व अभिलेखों में उनके नाम दर्ज हुई हैं। स्वामी वेदान्त ने कहा कि दोनों शातिर महिलाएं हरिद्वार आकर साधु वेष में घूमती हैं और पंजाब में अपने घर मे रहती हैं। इन्होंने कभी सन्यास धारण किया ही नही।उन्होंने कहा कि जमीन बेचने के फर्जी आरोप ये महिलाएं पहले भी लगा चुकी हैं व हरिद्वार न्यायालय में वाद दायर कर चूकी हैं। न्यायालय में उक्त आरोप सिद्ध नहीं हुए और वाद खारिज़ हो गया, तो अब पुलिस व कोर्ट को गुमराह कर दोनो शातिर महिलाएं उसी जमीन के आरोप देहरादून जिले के रायवाला थाने में लगा रही है। वेदान्त प्रकाश ने कहा कि दोनों महिलाओं की फर्जी वसीयत को उन्होंने हरिद्वार कोर्ट में चुनौती दी हुई है। मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाने के लिए उक्त महिलाएं फ़र्ज़ी मुकदमें दर्ज करा रही हैं। उच्च न्यायालय ने उक्त मुकदमें के सिलसिले में पुलिस व दोनो महिलाओं से 6 हफ्तों में जवाब तलब किया है।उन्होंने मीडिया को बताया कि वो अपने गुरु की हत्या के आरोपियों को सज़ा दिलाकर रहेंगे व किसी भी दबाव में नही झुकेंगे।