( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नैनीताल। भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के लिहाज से उत्तराखण्ड बेहद संवेदशील राज्य है। यहाँ आये दिन भूकंप के झटके लगते रहते है। वैसे तो प्राकृतिक आपदा को आने से रोका नहीं जा सकता है परन्तु इनसे बचाव के उपाय जरूर किये जा सकते है।
भूकंप से बचाव का एक शानदार नमूना पेश किया है नैनीताल की शगुन ने। होनहार शगुन ने नैनीताल के महरोड़ा गांव में भूकंपरोधी घर बनाए हैं। ये घर पूरी दुनिया में चर्चा बटोर रहे है। भूकंपरोधी घरों को देखने के लिए विदेशी लोग उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। ताकि इस तरह के घर बनाने की तकनीक सीख सकें। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अमेरिका, फ्रांस, इटली और पड़ोसी देश नेपाल सहित करीब 12 देशों के लोग इन घरों को देखने आ चुके हैं। उत्तराखंड में भूकंप आना बेहद आम बात है। इससे बड़ी तबाही मचती है, तमाम घर बर्बाद हो जाते हैं। साल 1991 में उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक भयानक भूकंप आया था।
इसने यहां बड़ी तबाही मचाई थी। इस तरह की तबाही से बचने के लिए शगुन ने महरोड़ा गांव में मिट्टी और लकड़ी की मदद से भूकंपरोधी घर बनाए हैं। घर बेहद खूबसूरत हैं, साथ ही मजबूत भी। शगुन ने इन घरों को नेचुरल हाउस नाम दिया है। इस घर की एक खूबी ये भी है कि यह गर्मी में ठंडे और सर्दी में गर्म रहते हैं। यही वजह है कि इन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से नैनीताल आते हैं। शगुन कहती हैं कि अगर लोग भूकंपरोधी घर बनाएं तो भूकंप में होने वाली तबाही से बचा जा सकता है। उत्तराखंड जैसे संवेदनशील राज्यों के लिए घर बनाने की ये तकनीक बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। महरोड़ा में बने भूकंपरोधी मकान दिखने में काफी आकर्षक हैं। ये घर हल्की तीव्रता वाले भूकंप सह सकते हैं। अगर भूकंप आता भी है तो लोगों को जान माल की हानि नहीं होगी। साथ ही छत का भार कम हो तो ये और भी अधिक कारगर साबित हो सकते हैं। कुल मिलाकर Nainital के Mahroda में Shagun Singh के Geeli Mitti नाम से Earthquake Resistant House शानदार हैं।