( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
पिथौरागढ़। उत्तराखण्ड कांग्रेस में प्रदेश नेतृत्व परिवर्तन के बाद पार्टी की अंदरूनी अल्लाह खलकर सामने आ गई है। इक तरफ कांग्रेस विधायकों का के एक धड़ा यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने और करण माहरा को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से खासा नाराज है। कांग्रेस के आठ से 10 विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की भी खबर है।
नाराज विधायकों में एक नाम धारचूला के विधायक हरीश धामी का भी है। हरीश धामी ने कांग्रेस हाईकमान पर उपेक्षा का आरोप लगाया। उनका कहना है कि महत्वपूर्ण फैसलों में उनकी राय नहीं ली गई। इस तरह धारचूला विधायक हरीश धामी अब खुलकर फ्रंट फुट पर आ गए हैं और कांग्रेस के खिलाफ अपनी नाराजगी जता रहे हैं। यही नहीं उन्होंने सीएम धामी के लिए धारचूला सीट छोड़ने की बात भी कही है। हालांकि यह फैसला फिलहाल उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता पर छोड़ा है। हरीश धामी ने कहा कि साल 2014 में उन्होंने मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए विधायकी छोड़ी थी, इस बार अगर मेरे क्षेत्र की जनता कहेगी तो वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए विधायकी छोड़ सकते हैं। हरीश धामी के इस बयान ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
आपको बता दें कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से इस्तीफा मांग लिया था। इस तरह पार्टी के पास प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष के पद खाली चल रहे थे।इस बीच युवा सीएम के तौर पर प्रदेश में एक बार फिर पुष्कर सिंह धामी की ताजपोशी हो गई। धारचूला विधायक हरीश धामी का कहना है कि कांग्रेस में भी युवा नेतृत्व को आगे लाने की जरूरत है, तभी पार्टी मजबूत हो पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें कोई जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो वह इसके लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं। बता दें कि 3 दिन पहले कांग्रेस हाईकमान ने उत्तराखंड में खाली पदों को भर कर युवा नेतृत्व को आगे बढ़ाने का संदेश देने की कोशिश की, लेकिन क्षेत्रों और वरिष्ठता के क्रम को नजरअंदाज कर दिया गया। पार्टी के इस फैसले से करीब 10 विधायक नाराज चल रहे हैं। चर्चा है कि इन विधायकों ने कांग्रेस को झटका देने का मन बना लिया है। यह जल्द ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। नाराज विधायक जल्द ही एक बैठक करने वाले हैं, जिसमें बड़ा फैसला लिए जाने की उम्मीद है। कुल मिलाकर धारचूला सीट से विधायक हरीश धामी का कहना है कि वो पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट छोड़ सकते हैं।