( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली / कानपुर । 03 अक्टूबर की दोपहर दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। दिल्ली-एनसीआर सिस्मिक जोन-4 में आता है, भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई थी। IIT कानपुर के प्रोफेसर जावेद मलिक ने चेतावनी दी है कि यूपी में कभी भी इससे तेज भूकंप आ सकता है।
क्या यूपी में फिर आ सकता है तेज भूकंप?
3 अक्टूबर को दो बार भूकंप के झटके महसूस हुए। इसका केंद्र नेपाल का बझांग था। पहला भूकंप 5.3 तीव्रता का था, जबकि दूसरा 6.2 तीव्रता का। उत्तर प्रदेश में 5.5 तीव्रता का झटका महसूस हुआ। IIT कानपुर के प्रोफेसर जावेद मलिक ने चेतावनी दी है कि यूपी को अलर्ट रहना होगा, क्योंकि कभी भी इससे तेज भूकंप आ सकता है। एक मीडिया हाउस से चर्चा करते हुए प्रो. जावेद ने कहा कि 1934 में 8.2 तीव्रता का भूकंप आया था। 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। ये दोनों ही भूकंप खतरनाक थे।
मलिक ने कहा भूकंप का केंद्र जहां होगा, उस पर तो घातक असर पड़ेगा ही, यूपी में गंगा के किनारे बसे शहर-गांव और रेतीले क्षेत्र भी बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं।
भूकंप क्यों आते हैं?
पृथ्वी टेक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ यानी लावा है। प्लेट्स लगातार लावा पर तैरती रहती हैं। जब ये टकराती हैं, तब नीचे से निकलने वाली ऊर्जा बाहर आती है। मतलब कि प्लेट्स में जब भी हलचल होगी, भूकंप आएंगे।
किस स्केल का भूकंप कितना खतरनाक?
0 से 1.9-सिर्फ भूकंप मापने वाले सिस्मोग्राफी से ही मालूम चलेगा
2 से 2.9-हल्का से कंपन महसूस होगा
3 से 3.9-मामूली हलचल महसूस होगी
4 से 4.9-कांच की खिड़कियां टूटकर बिखर सकती हैं
5 से 5.9-भारी सामान हिलने लगता है
6 से 6.9- कमजाेर ऊपरी मंजिलें गिर सकती हैं
7 से 7.9-जमीन के अंदर के पाइप फट सकते हैं, घर गिर सकते हैं
8 से 8.9-पुल-इमारतें गिर सकती हैं
9 या उससे अधिक-सुनामी आ सकती है, धरती हिलते नजर आएगी