( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। भगवान बद्रीनाथ धाम को छोड़कर चारधाम यात्रा आगामी 06 नवम्बर से थम जाएगी। शायद इसीलिए उत्तराखण्ड के आपदाग्रस्त होने के बावजूद भी यात्रा में श्रद्धालुओ की आवाज़ाही बानी हुई है। सबसे ज़्यादा श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी यहां 10 हज़ार से ज़्यादा तीर्थयात्री पहुंचे। इधर, बद्रीनाथ जाने के कुछ अहम रास्ते अब भी बंद होने के चलते श्रद्धालु फंसे हुए हैं या कम संख्या में पहुंच पा रहे हैं। यमुनोत्री के लिए श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ती देखी गई है। वहीं, जोशीमठ और सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब में बर्फबारी की खबरें हैं।
चार धाम देवस्थानम मैनेजमेंट बोर्ड के अनुसार बद्रीनाथ के कपाट 20 नवंबर को बंद होंगे जबकि बाकी तीनों धामों केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा के लिए कपाट 6 नवंबर को बंद हो जाएंगे। 18 सितंबर से चालू हुई चार धाम यात्रा में 35 दिनों के दौरान श्रद्धालुओं का आंकड़ा 2.12 लाख से ज़्यादा का रहा। बीते रविवार से मंगलवार को राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई श्रद्धालुओं के रास्तों और पड़ावों पर फंसे रहने की खबरें भी बनी रहीं।
बोर्ड का कहना है कि चार धाम यात्रा को लेकर उत्साह बना हुआ है। आपदा से जूझने के बाद भी यहां श्रद्धालुओं का पहुंचना बरकरार है। गुरुवार को केदारनाथ धाम में 10750, बद्रीनाथ में 1785, गंगोत्री में 1150 और यमुनोत्री धाम में 2631 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए।
जोशीमठ में ज़बरदस्त बर्फबारी
उत्तराखंड में अधिकांश जगहों पर मौसम साफ होने की खबरें हैं लेकिन जोशीमठ और हेमकुंड साहिब में शुक्रवार सुबह भारी बर्फबारी हुई। बताया जा रहा है कि यहां दो फीट मोटी बर्फ जम गई है, इतनी बर्फ गिरी। उधर, अधिकांश इलाकों में आज सुबह हल्का कोहरा देखा गया लेकिन उसके बाद अच्छी धूप निकल आई।