( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। उत्तराखण्ड के हरिद्वार में चल रहे कुम्भ मेला में कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लेकर आने के बाद ही आपको कुंभ में आने की इजाजत मिल पाएगी, लेकिन अगर आपके पास कोरोना वायरस 72 घंटे की नेगेटिव रिपोर्ट भी नहीं है पर आप हरिद्वार आ चुके हैं तो ऐसे में क्या गंगा स्नान कर सकते हैं? ये सवाल ज्यादातर लोग पूछ रहे हैं। इसके लिए हम बता दें कि सरकार की तरफ से क्या सुविधाएं दी गई हैं। अगर आप ट्रेन से हरिद्वार कुंभ मेले में गंगा स्नान के लिए आना चाह रहे हैं तो सबसे पहले रेलवे स्टेशन पर ही आपका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। उसके बाद आपकी कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट मांगी जाएगी। अगर आपके पास कोरोना की रिपोर्ट नहीं है तो आपका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा, जिसके लिए रेलवे स्टेशन पर ही दो काउंटर बनाए गए हैं। आपकी टेस्ट रिपोर्ट को 15 मिनट के अंदर आपको सौंप दी जाएगी। अगर आप में कोविड 19 के सिम्पटम्स पाए जाते हैं तो वहीं पर एंबुलेंस की व्यवस्थाएं की गई है, जो कि आपको सीधे सरकार की तरफ से बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटेंस लेकर जाएंगे। इसी तरह की व्यवस्था बस अड्डों पर भी की गई है, जहां पर हर आने वाले यात्री की कोरोनावायरस रिपोर्ट चेक की जा रही है।
टेस्ट रिपोर्ट होनी जरूरी
अगर आपके पास कोरोनावायरस रिपोर्ट नहीं होगी तो आपको गंगा स्नान करने की परमिशन नहीं मिलने वाली है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से टीम हर बस अड्डे रेलवे स्टेशन चेक पोस्ट पर बैठाई गई हैं, जहां पर आपका सैंपल लेकर टेस्ट किया जाएगा। 12 अप्रैल और 14 अप्रैल के होने वाले अमृत स्नान के लिए यह व्यवस्थाएं काफी कड़ी रहने वाली हैं, जिसके लिए प्रशासन और मुस्तैदी से काम कर रहा है। किसी भी तरह से कोरोना का संक्रमण न फैले इस को लेकर व्यवस्थाएं मेला प्रशासन दुरुस्त करने में लगा हुआ है। हर चेक पोस्ट पर निगरानी टीम बढ़ा दी गई है, साथ ही कोरोनावायरस रिपोर्ट को मैंडेटरी किया जा रहा है। इसलिए अगर आप अमृत स्नान के लिए हर की पैड़ी पर आना चाहते हैं तो अपने साथ कोरोनावायरस रिपोर्ट लेकर जरूर आएं।
अमृत स्नान वाले दिन क्या रहेगी व्यवस्था
12 और 14 अप्रैल को होने वाले स्नान पर्व पर हरकी पौड़ी पर कोई भी श्रद्धालु गंगा स्नान नहीं कर सकेंगे क्योकि उस दिन सिर्फ अखाड़े ही स्नान करेंगे।