( नवीन कुमार )
हरिद्वार। गत दिनों हरिद्वार के एक होटल में अम्बाला के महिला पॉलिटेक्निक की प्रवक्ता की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उनके बेटे की शिकायत और सुसाइड नोट के आधार पर एचओडी समेत तीन सहकर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है।सदर कोतवाल राकेंद्र कठैत के मुताबिक, गांव आसौदा टोडरान, थाना खास, जिला झज्जर, हरियाणा निवासी अर्पण ने तहरीर देकर बताया कि उनकी मां सविता अंबाला के कल्पना चावला सरकारी महिला पॉलीटेक्निक में वर्ष 2009 से लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस की प्रवक्ता थीं। आरोप है कि संस्थान में कार्यरत इंग्लिश की लेक्चरर कृष्णा रानी भोरिया, एचओडी लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन डॉ. बिंदु आनंद और लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस की लेक्चरर ऊषा रानी करीब चार वर्षों से उनकी मां को तरह-तरह से परेशान कर प्रताड़ित कर रहे थे। इसके बारे में डेढ़ वर्ष पहले उनकी मां ने परिवार और रिश्तेदारों को बताया था। उनकी तीनों महिला सहकर्मियों को कई बार समझाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आईं।
फंदे पर लटका मिला शव
अर्पण का कहना है कि एक अक्तूबर को उनकी मां सविता हरिद्वार घूमने की बात कहकर घर से आई थीं। चार अक्तूबर को उन्हें हरिद्वार पुलिस से सूचना मिली कि उनकी मां का शव होटल के कमरे में फंदे पर लटका मिला है। उन्होंने मामा कुलदीप, दिनेश और अनिल के साथ हरिद्वार पहुंचकर पुलिस से जानकारी ली। पोस्टमार्टम कराने के बाद अर्पण ने मां का अंतिम संस्कार किया। इसके बाद सुसाइड नोट के आधार पर तीनों सहकर्मियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी। नगर कोतवाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर कृष्णा रानी भोरिया, डॉ. बिंदु आनंद और ऊषा रानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।