( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड के पहाड़ों में बर्फबारी का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी रहा वही मैदानी इलाको में भी ओले के साथ – साथ बारिश होने से राज्य के तमाम हिस्सों में ठण्ड बढ़ गई है। हलाकि चमोली में 48 घंटों से लगातार रुक रुककर हो रही बारिश व बर्फबारी के बाद शुक्रवार को कुछ धूप निकलने से लोगों ने कुछ राहत महसूस ज़रूर की।
इधर, मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो दिन और इसी तरह का मौसम बना रहेगा यानी ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फ गिरेगी और निचले इलाकों में बारिश होगी। ऐसे मौसम के चलते कुछ रास्ते अवरुद्ध बताए जा रहे हैं, तो कई टूरिस्ट स्पॉट भी गुलज़ार हो गए हैं। मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को पहाड़ों में जमकर बर्फबारी होने से एक बार फिर से बर्फ की सफेद चादर जम गई। तस्वीर विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल औली की है, जहां बर्फ का आनंद लेने पहुंचे सैलानियों के चेहरे खिल गए हैं। औली के साथ-साथ नीति घाटी, बद्रीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में भी बर्फबारी हुई।
बद्रीनाथ धाम में 5 से 6 फीट और सिखों के प्रसिद्ध धाम हेमकुंड साहिब में लगभग 7 फीट तक बर्फ की मोटी चादर जमी हुई है। औली में 1 फीट बर्फ जमी है। इस साल पहाड़ों में जमकर बर्फबारी का सिलसिला दिसंबर के आखिरी सप्ताह से शुरू हुआ, जो अब तक जारी है।
इधर, बागेश्वर में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। गुरुवार शाम को जहां बागेश्वर के निचले हिस्से में बूंदाबादी हुई, वहीं कपकोट के उच्च हिमालयी क्षेत्र में हल्की बर्फबारी। घाटी वाले क्षेत्र में शुक्रवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। ज़िले में ठंड भी बढ़ रही है और इससे लोगों की सेहत पर भी खराब असर दिख रहा है।
वही देहरादून और हरिद्वार के आसपास के इलाकों में गुरुवार देर शाम बादल छाने के साथ ही तेज़ हवाएं चलीं। देर रात आंधी और गरज चमक के साथ तेज़ बारिश और ओले भी पड़े। शहर में कई जगह बिजली गुल हुई तो इस तरह के मौसम से राज्य में कुछ रास्ते भी प्रभावित रहे।
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हनुमान चट्टी के आसपास बर्फ जमने से हनुमान चट्टी से लेकर धाम तक हाईवे बंद हो गया। मसूरी के रास्तों पर ओले गिरने से फिसलन रही और कुछ अन्य इलाकों में भी रास्ते बारिश, बर्फ या बिजली गुल हो जाने के चलते प्रभावित रहे।