
( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
कोटा। राजस्थान के शिक्षा नगरी कोटा में एक हैरान करने वाला नजारा रेलवे स्टेशन में देखने को मिला है। यहां एक रेलवे पुलिसकर्मी एक 25 साल की महिला के लिए देवदूत बनकर सामने आया। जिसने चलती ट्रेन से गिरी इस महिला को बचाकर उसको नई जिंदगी दी है। हालाकि प्रदेश में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है, जहां यात्रियों की लापरवाही से इस तरह के एक्सीडेंट हो जाते है।
प्लेटफार्म में सामान खरीदने उतरी, अचानक चल दी ट्रेन
दरअसल 27 अक्टूबर को रणथंबोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस इंदौर से जोधपुर जा रही थी। इसी दौरान दोपहर करीब 1:00 बजे के लगभग प्लेटफार्म नंबर एक पर हेड कॉन्स्टेबल अनिल यादव ड्यूटी कर रहा था। जब ट्रेन रवाना होने लगी तो एक महिला यात्री को भागते हुए देखा। अनिल ने स्थिति को पहले ही भांप लिया। उसे पता था कि हाथों में लस्सी के पाउच लेकर महिला ट्रेन पर नहीं चढ़ पाएगी। ऐसे में जब महिला ने ट्रेन में चढ़ने की कोशिश की तो वह अचानक गिर गई। अनिल भी दौड़ता हुआ उसके पीछे गया और जैसे तैसे करके उसको बचा लिया। इस दौरान पास खड़े दो लोगों ने भी अनिल की सहायता की।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना, तब भी बचाई जान
अनिल ने बताया कि महिला ट्रेन में इंदौर जाने वाली इंदौर निवासी वाली डिंपल चौहान थी। वह कोटा में खाने पीने का सामान लेने के लिए उतरी थी। लेकिन अचानक ट्रेन चलने लगी थी जिसके चलते डिंपल को भागकर ट्रेन पकड़ने पड़ी। राजस्थान में यह पहला मामला नहीं है जब ट्रेन से गिरते हुए किसी यात्री को रेलवे पुलिस कर्मियों ने बचाया हो। इससे पहले भीलवाड़ा और जोधपुर में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं। जिनमें चलती ट्रेनों में अचानक गिरने वाले यात्रियों की जान इन रेलवे पुलिस कर्मियों ने बचाई हो। लेकिन इसके बाद भी इनके काम की कोई सराहना नहीं की जाती है। पर फिर भी पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से कर रहे है।


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