( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
पोर्ट ब्लेयर। अंडमान और निकोबार पुलिस ने एक युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पूर्व मुख्य सचिव पर शिकंजा कस लिया है। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस सिलसिले में सोमवार को पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण से पूछताछ की। पूछताछ का ये तीसरा दिन था।
भाजपा ने किया प्रदर्शन
उधर, इस मामले में भाजपा की महिला इकाई ने प्रदर्शन भी किया। भाजपा कार्यकर्ता सोमवार सुबह पुलिस लाइंस के मेन और पिछले गेट पर इकट्ठा हुए और प्रदर्शन किया। हाथों में काले झंडे और तख्तियां लेकर उन्होंने जितेंद्र नारायण के खिलाफ नारेबाजी की। बता दें कि नारायण से पुलिस लाइंस में ही पूछताछ की जा रही है। पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए सुबह 10 बजे ही लेकर आ गई थी।
तीन दिन तक हुई पूछताछ
जितेंद्र नारायण से इससे पहले शुक्रवार और शनिवार को भी पूछताछ की गई थी। पुलिस ने रविवार को अपनी जांच के सिलसिले में रविवार को पोर्ट ब्लेयर में एक होमस्टे पर छापा मारा था। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष संपा बनर्जी ने कहा, ‘हम द्वीपों में वरिष्ठ नौकरशाहों द्वारा इस तरह की करतूतों का विरोध कर रहे हैं। यह हमारी स्थानीय महिलाओं की गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए हमारी लड़ाई है। अगर उन्हें दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हम एसआईटी से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।’
नौकरी दिलाने के बहाने दुष्कर्म का आरोप
गौरतलब है कि 21 वर्षीय युवती ने जितेंद्र नारायण और अन्य लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता का कहना है कि दुष्कर्म की वारदात को पूर्व मुख्य सचिव के आवास पर ही अंजाम दिया गया। आरोपों के बाद रविवार को एक होमस्टे पर एक फॉरेंसिक टीम के साथ एक तलाशी अभियान चलाया।
जितेंद्र नारायण के अलावा श्रम आयुक्त आरएल ऋषि, पुलिस अधिकारी और होमस्टे के मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। समाचार एजेंसी के मुताबिक, एसआईटी की टीम को कुछ लिफाफों के साथ होमस्टे से बाहर आते देखा गया। हालांकि, इस बारे में जानकारी नहीं दी गई। पूर्व मुख्य सचिव को निजी रिसॉर्ट में रखा गया है। वह कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद पूछताछ का सामना करने के लिए यहां पहुंचे।