( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून।वानिकी अनुसंधान के चोटी के संस्थान ‘वन अनुसंधान संस्थान’ (एफआरआइ) में गुलदार का खौफ पैदा हो गया है। यहां सुबह-शाम से लेकर दोपहर के समय भी गुलदार दिख रहे हैं।
इस स्थिति को देखते हुए एफआरआइ प्रशासन ने संस्थान परिसर को पर्यटकों के लिए 15 जनवरी तक बंद कर दिया है। इसके साथ ही यहां सुबह-शाम की सैर पर भी रोक लगा दी गई है। वहीं परिसर में दो पिंजरे भी लगा दिए गए हैं। कई दफा गुलदार शावकों के साथ भी नजर आ रहे हैं
एफआरआइ निदेशक डा. रेणु सिंह के मुताबिक, गुलदार की सक्रियता पिछले कुछ दिनों से निरंतर बढ़ रही है। पहले यदा-कदा रात के समय ही गुलदार दिखता था, जबकि अब दोपहर के समय भी गुलदार दिख रहे हैं। कई दफा गुलदार शावकों के साथ भी नजर आ रहे हैं। इस स्थिति में गुलदार अधिक आक्रामक हो जाते हैं।
लिहाजा, पर्यटकों व सैर करने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एफआरआइ परिसर को बाहरी व्यक्तियों के लिए 15 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय किया गया है। वन विभाग की मदद से परिसर में दो पिंजरे लगाए गए हैं। स्थिति सामान्य होने के बाद एफआरआइ में प्रवेश की स्थिति सामान्य कर दी जाएगी।
8 -9 साल पहले भी दिखा था गुलदार का आतंक
एफआरआइ परिसर में विभिन्न दिशाओं में घने जंगल हैं। साथ ही परिसर से कुछ दूरी पर ही फूलसनी का बड़ा जंगल भी है। इसके चलते इस क्षेत्र में गुलदार की सक्रियता रहती है।
वर्ष 2015 में भी गुलदार की ऐसी ही सक्रियता दिखी थी, तब एफआरआइ परिसर में एक केयर टेकर की पुत्री को गुलदार ने निवाला बना लिया था। तब संबंधित क्षेत्र में 10 से 15 गुलदारों के सक्रिय होने का आकलन किया गया था। इससे पहले वर्ष 2014 में गुलदार एफआरआइ क्षेत्र में एक बच्चे पर हमला कर चुका है।