( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
ऋषिकेश / हरिद्वार। उत्तराखण्ड में पर्वतीय जिलों में हो रही लगातार बारिश से नदियां उफान है। हालत यह है कि ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा अपने चेतावनी लेबल की पार चुकी है। नदी के जलस्तर बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
ऋषिकेश में भारी बारिश से सुबह गंगा के जलस्तर ने चेतावनी निशान को पार कर लिया है। बारिश से बरसाती नदी नाले उफान पर हैं। हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान के पार पहुंच गई। सुबह 8.30 बजे गंगा नदी का जलस्तर 294.05 दर्ज किया गया था। जबकि सुबह 11 बजे हरिद्वार में गंगा का जलस्तर 293.55 रिकार्ड किया गया।
वही हरिद्वार जिला प्रशासन गंगा नदी के जलस्तर को खतरे के निशा से ऊपर पहुंचने के कारण गंगा नदी के किनारे पर संवेदनशील क्षेत्रो में निवासरत लोगो को सावधान रहने पुलिस प्रशासन द्वारा उचित माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है ,जबकि गंगा नदी के जलस्तर की बढ़ोत्तरी के दृष्टिगत उप जिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा चंडी पुल ,भीमगोडा बैराज ,बैरागी कैम्प अदि स्थानों का भ्रमण किया गया। फ़िलहाल जनपद हरिद्वार में स्थिति सामन्य है।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतुरा का कहना है कि गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बाढ़ चौकियों को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये हैं, साथ ही प्रशासन भी गंगा के जल स्तर पर निगाह रखे हुए है। करीब 50 गांवों में अलर्ट किया गया है।सीजन में पहली बार शुक्रवार को गंगा का जलस्तर चेतावनी निशान के पार हुआ है। दोपहर दो बजे गंगा का जलस्तर 293.40 मीटर दर्ज हुआ तो हरिद्वार प्रशासन में हड़कंप मच गया। गंगा किनारे बसे एक दर्जन से अधिक गांवों के ऊपर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा। गंगा के साथ सोलानी नदी उफान पर आ गई। दोनों नदियों का जलस्तर और बढ़ा तो तटबंधों के टूटने का खतरा बढ़ जाएगा। बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन की ओर से निचले गांवों में अलर्ट किया गया।

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