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आवश्यक सेवा की आड़ में स्मैक तस्करी कर रहे दो लोगों को धर दबोचा। आखिर कहां ? जाने

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 *  पकड़ी गई स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत दो करोड़ रुपये आंकी जा रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है।


( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून।
विकासनगर कोतवाली पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवा की आड़ में स्मैक तस्करी कर रहे दो लोगों को धर दबोचा। दोनों के पास से करीब 500 ग्राम स्मैक बरामद हुई है। दोनों सब्जियों के परिवहन की आड़ में बरेली से स्मैक तस्करी कर रहे थे। पकड़ी गई स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत दो करोड़ रुपये आंकी जा रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी चल रही है। तस्करी में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

( कोतवाली विकासनगर में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी देहात पदमेंद्र डोभाल। फोटो – न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )

कोतवाली विकासनगर में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी देहात परमेन्द्र डोभाल ने बताया कि बीते 17 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग आवश्यक सेवा की आड़ में ट्रक के जरिए नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं। जिसके बाद से पुलिस ने आवश्यक सेवा में लगे वाहनों की तलाशी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस को एक ट्रक के बारे में जानकारी हासिल हुई। 18 अप्रैल की सुबह पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि उक्त ट्रक हरबर्टपुर स्थित मोदी ग्राउंड में खड़ा है। जिसमें दो संदिग्ध व्यक्ति बैठे हुए हैं। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए ट्रक की चैकिंग ली तो उसमें मिर्च के बोरे लदे थे जबकि, आगे आवश्यक सेवा संबंधित स्टीकर लगा था। पुलिस ने वाहन में मौजूद दोनों लोगों की तलाशी ली तो उनके पास से 500 ग्राम स्मैक बरामद हुई।

( कोतवाली विकासनगर में प्रेसवार्ता करते हुए एसपी देहात पदमेंद्र डोभाल। फोटो – न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )

आरोपियों की पहचान अशफाक अहमद पुत्र शकूर अहमद निवासी ताल्हापुर थाना बिहारीगढ़ सहारनपुर और शेरद्दीन पुत्र नजीरुद्दीन निवासी माजरी थाना सहसपुर के रूप में हुई। शेरद्दीन पूर्व में भी नशा तस्करी के मामले में तीन बार जेल जा चुका है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लॉकडाउन के समय क्षेत्र में नशा तस्करी का धंधा पूरी तरह से बंद है। ऐसे में उन्होंने स्मैक की खरीद के लिए खुशहालपुर निवासी अब्बास से संपर्क साधा। जिसके बाद उसने उन्हें मेहूंवाला निवासी इमरान से मिलवाया। इमरान ने ही उन्हें ट्रक के आगे आवश्यक सेवा का बोर्ड लगा बरेली से सब्जी लाने की आड़ में तस्करी का धंधा करने का आइडिया दिया। बताया कि लॉकडाउन के चलते इस समय उन्हें स्मैक के सौदे में उन्हें अधिक मुनाफा हो रहा था। एसपी देहात ने बताया कि मामले में अब्बास और इमरान की तलाश जारी है।


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