* नरेंद्र नगर सीओ की सूझ – बुझ से बचे cju।
(ब्यूरो, न्यूज 1 हिन्दुस्तान)
देवप्रयाग। उत्तराखण्ड के चीफ जस्टिस सीओ नरेंद्र नगर की सूझ बुझ से बाल – बाल बचे ,बार – बार मना करने के बावजूद भी नहीं माने उत्तराखण्ङ के चीफ जस्टिस।
जी हां, उत्तराखण्ङ के चीफ जस्टिस रमेश रंगराजन देवप्रयाग में रघुनाथ मंदिर में देव दर्शन के लिए आए थे।भारतीय मान्यता देखे तो कोई भी भारतीय व्यक्ति गंगा के सम्मुख आकर गंगा आचमन ना करे ऐसा हो नहीं सकता।ऐसा ही हुआ उत्तराखण्ड के चीफ जस्टिस रंगराजन के साथ।देवप्रयाग स्थित रघुनाथ मंदिर दर्शन के उपरांत उन्होंने संगम में गंगा आचमन का में किया । उनके प्रोटोकाल में उपस्थित सीओ नरेंद्र नगर प्रमोद शाह ने उन्हें ताकीद भी किया ,पर वह तो ठहरे चीफ जस्टिस।
जानकारी के अनुसार सीओ नरेंद्र नगर ने उनको बताया भी की गंगा किनारे जमी घास बारिश और ओस के कारण गीली है। लेकिन उनकी इक्षा जाहिर करने पर किसकी मजाल जो माना कर सके।पर सतर्कता के साथ फोर्स फिर भी खड़ी रही।जैसे ही cju आगे बढ़े,फिसलन वाली घास पर पैर पड़ते ही उनका पैर फिसल गया।उस वक़्त उनके साथ ही खड़े सीओ नरेंद्र नगर प्रमोद शाह की सतर्कता ने उन्हें बचा लिया।जी हां,सीओ ने उनको शरा देकर संभाला।साथ ही उन्होंने मन में वहां लगे रेलिंग को जरूर धन्यवाद किया किया होगा क्योंकि सीओ के साथ साथ उन्होंने उन रेलिंग को पकड़ कर संभाल पाए। यहां यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी की सीओ नरेंद्र नगर कि सूझ – बुझ के कारण उत्तराखंड के चीफ जस्टिस की जान बच सकी।वरना कोई भी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है।