( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
टिहरी गढ़वाल। उत्तराखण्ड के टिहरी गढ़वाल में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस – प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहाँ के कोविड अस्पताल नरेंद्र नगर से 20 कोविड पॉजिटिव मरीजों के फरार होने का मामला सामने आया है। इतनी बड़ी संख्या में कोरोना पेशेंट्स के अस्पताल से भागने से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। टिहरी जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुनीकिरेति क्षेत्र में ऋषिलोक में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है, और नरेन्द्रनगर के श्रीदेव सुमन अस्पताल को भी कोविड केयर सेंटर और कोविड अस्पताल बनाया गया है। कुंभ क्षेत्र मुनीकिरेति में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। अन्य राज्यों और शहरों से आने वाले लोग जिनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है उन्हें यहां के कोविड केयर सेंटर में रखा जा रहा है। कोविड केयर सेंटर में 200 बेड की व्यवस्था की गई है. नरेन्द्रनगर अस्पताल में भी 200 बेड का इंतजाम है। श्रीदेव सुमन अस्पताल नरेन्द्रनगर में कोरोना पॉजीटिव गंभीर मरीजों को रखा जा रहा है। 17 अप्रैल को कुछ मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाना था जिसके चलते अस्पताल स्टॉफ व्यस्त हो गया। इस दौरान मौका देखकर करीब 20 कोविड पॉजीटिव मरीज यहां से चुपचाप फरार हो गए।
बताया जा रहा है कि फरार हुए कोविड पॉजीटिव मरीजों में अधिकतर राजस्थान के रहने वाले हैं। कुंभ में शामिल होने पहुंचे इन सभी को कोविड पॉजीटिव पाए जाने पर कोविड अस्पताल नरेन्द्रनगर में रखा गया था। कोविड पॉजीटिव मरीजों के इस तरह से कोविड अस्पताल नरेन्द्रनगर से फरार होने के बाद स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा फरार हुए कोरोना मरीजों के खिलाफ नरेन्द्रनगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। इस घटना के बाद कोविड अस्पताल नरेन्द्रनगर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
ट्रेसिंग करने का प्रयास जारी
सीएमओ डॉक्टर सुमन आर्य का कहना है कि जिले में नरेन्द्रनगर अस्पताल ही एक कोविड अस्पताल है। 17 अप्रैल को कुछ मरीजों को यहां से डिस्चार्ज किया जाना था। लेकिन उसी दिन एक कोविड पॉजिटिव मरीज की मौत हो गई थी जिसकी बॉडी हैंडओवर की जानी थी। इस दौरान स्वास्थ्य और पुलिस कर्मचारियों की व्यवस्ता के चलते संक्रमित बीस लोग मौका देखकर अस्पताल से फरार हो गए। उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और इनकी ट्रेसिंग की जा रही है।
वहीं, एसडीएम नरेन्द्रनगर का कहना है कि कुंभ के चलते बाहर से लोग लगातार आ रहे हैं। ऐसे लोगों की कोविड सैंपलिंग की जा रही थी जिसके बाद 20 लोगों को नरेन्द्रनगर कोविड अस्पताल में रखा गया था। लेकिन 17 अप्रैल को कुछ मरीजों को डिस्चार्ज किया जाना था, और इसी बीच स्वास्थ्य और पुलिस कर्मचारियो की व्यवस्ता के चलते 20 लोग नरेन्द्रनगर कोविड अस्पताल से फरार हो गए जिनकी खोजबीन की जा रही है। रिकार्ड के अनुसार उनके शहरों से भी संपर्क किया जा रहा है।