( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
हरिद्वार। महंत नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध मौत मामले में जाँच कर रही CBI टीम बृहस्पतिवार को संत आनन्द गिरी को लेकर वापस प्रयागराज लौट गई। आपको बता दे कि CBI आनंद गिरी को लेकर बुधवार को देर रात उसके आश्रम पहुंची थी। महंत नरेंद्र गिरि द्वारा कथित तौर पर सुसाइड किए जाने के मामले में आरोपी आनंद गिरि को लेकर बुधवार को हरिद्वार पहुंचने के बाद सीबीआई ने आनंद से देर रात तक पूछताछ की थी। जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने गुरुवार को भी हरिद्वार में कई लोगों से पूछताछ करने के साथ ही कुछ और आश्रमों में छापेमारी की। इसी बीच, आज ही हरिद्वार में संत समुदाय की एक महत्वपूर्ण बैठक पंचायती निरंजनी अखाड़े में होने जा रही है, जिसमें कई आश्रमों के संत हिस्सा लेने वाले हैं।
कितने अहम रहे सीबीआई जांच के हरिद्वार बिताये घंटे?
जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने आनंद गिरि के आश्रम में 7 घंटे से ज़्यादा छानबीन की। निर्माणाधीन आश्रम से लैपटॉप और अन्य ज़रूरी दस्तावेज़ बरामद किए, करीब 16 घंटों तक हरिद्वार में जांच करने के दौरान सीबीआई ने आनंद गिरि के कुछ करीबी लोगों से भी पूछताछ की। कुल मिलाकर करीब आधा दर्जन लोगों तक सीबीआई पहुंची। आनंद गिरि के मोबाइल फोन और कॉल्स को लेकर भी सीबीआई पड़ताल कर रही है। बताया गया कि इस पूरे मामले में हरिद्वार के कई प्रॉपर्टी डीलर भी सीबीआई की रडार में हैं।
उत्तराधिकारी के रूप में बाघंबरी मठ की गद्दी संभालेंगे महंत बलबीर गिरि
वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी के रूप में महंत बलबीर गिरि बाघंबरी मठ की गद्दी संभालेंगे। निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्रपुरी ने इसकी औपचारिक घोषणा की।जबकि बैठक का संचालन निरंजनी पीठधीश्वर कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने किया। महंत रविंद्रपुरी ने गुरुवार को हरिद्वार में इसकी औपचारिक घोषणा की। पत्रकार वार्ता में महंत रविंद्रपुरी ने बताया कि बाघंबरी मठ में संचालन के लिए बोर्ड बनाया जा रहा है। उक्त बोर्ड अखाड़े के हित और मर्यादा में कार्य करवाने के लिए बनाया जा रहा है। जिसमें पांच संत शामिल होंगे।
श्रीमहंत नरेंद्र गिरि की षोडशी भंडारे से पहले बोर्ड का गठन होगा। बताया कि गुरुवार को निरंजनी अखाड़े में अखाड़े के पंचों की बैठक में यह निर्णय लिया गया।