( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
पटना / देहरादून । कोरोना वायरस के चलते फैले संक्रमण ने भारत के साथ – साथ पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। इतना ही नहीं कोरोना संक्रमितों में अन्य बीमारियों के लक्षण ने डाक्टरों दोनों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। क्योकि अभी तक कोरोना संक्रमित मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत मिलने की बात सामने आई थी लेकिन अब कोरोना मरीजों में व्हाइट फंगस की समस्या भी पाई गई है। पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना के 4 मरीजों में व्हाइट फंगस मिलने की पुष्टि हुई है। पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डॉक्टर एसएन सिंह ने कोरोना मरीजों में व्हाइट फंगस मिलने की पुष्टि की है। यह फंगस मरीजों की त्वचा या स्किन को नुकसान पहुंचा रहा है। व्हाइट फंगस की देरी से पहचान होने पर जान भी जाने का खतरा रहता है। डॉ एसएन सिंह ने कोविड और पोस्ट कोविड मरीजों से व्हाइट फंगस की समस्या को गंभीरता से लेने की अपील की है।
उत्तराखण्ड में मिले ब्लैक फंगस के मरीज
बृहस्पतिवार शाम 6 बजे तक एम्स ऋषिकेश में म्यूकोर माइकोसिस के कुल 46 केस आ चुके थे। जिनमें से दो लोगों की मृत्यु पूर्व में हो चुकी है और एक मरीज को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। उपचार के दौरान एक अन्य रोगी अल्मोड़ा निवासी 69 वर्षीय पुरुष की बुधवार की देररात मृत्यु हो गई। अब एम्स में म्यूकोर माइकोसिस के 42 रोगी भर्ती हैं।