( सुनील तनेजा / रूबी सिद्दीकी )
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा को टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव लगातार अपना कुनबा मज़बूत करने में लगे हुए है। शायद यही वजह है अखिलेश भाजपा को कड़ी टक्कर देने की स्क्रिप्ट के बीच लगातार अधिक से अधिक क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। नए सहयोगियों को साथ लाने की कोशिशों में अब एक नाम चंद्रशेखर आजाद का भी जुड़ने वाला है। भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने आज अखिलेश यादव से मुलाकात की है। सूत्रों की मानें तो चंद्रशेखर आजाद की पार्टी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर एक सीट पर चुनावी मैदान में उतरेगी। मिल रही जानकारी के मुताबिक चंद्रशेखर आजाद की अखिलेश यादव से जो बात हुई है उसमें उन्हें दलित चेहरे के रूप में चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो चंद्रशेखर रावण लखनऊ में ही मौजूद हैं और कभी भी सीटों की संख्या के साथ गठबंधन का ऐलान हो सकता है। अभी जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक, समाजवादी पार्टी चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी को एक सीट दे सकती है। इस तरह से देखा जाए तो शिवपाल, राजभर समेत कई दिग्गजों के बाद चंद्रशेखर आजाद के अखिलेश यादव के साथ आने से सपा के नेतृत्व में बना यह गठबंधन भाजपा को मजबूत टक्कर दे सकता है।
सूत्रों की मानें तो चंद्रशेखर आजाद की पार्टी का सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर और हाथरस जिलों में अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। ऐसे में अगर चंद्रशेखर खुद मैदान में उतरते हैं तो वे बसपा के पारंपरिक वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं। चंद्रशेखर आजाद का युवाओं में काफी क्रेज है। हालांकि अब देखने वाली बात ये होगी कि सपा के साथ किस तरह से गठबंधन होता है। आज लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली है और माना जा रहा है कि इसमें सीटों के बंटवारे पर ऐलान हो सकता है।
गौरतलब है कि गत शनिवार को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही यूपी का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। एक के बाद एक बीजेपी के विधायक और मंत्री पार्टी छोड़ रहे हैं, अभी तक तीन मंत्रियों समेत 14 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं और समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हो चुके हैं। ऐसे में चंद्रशेखर की अखिलेश यादव से मुलाक़ात काफी अहम मानी जा रही है। अगर दोनों के बीच गठबंधन होता है तो पश्चिम यूपी की कुछ सीटों पर बीजेपी और बसपा को कड़ी चुनौती मिल सकती है।
सपा के साथ गठबंधन करने वाले प्रमुख दल
राष्ट्रीय लोकदल
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा):
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया)
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट)
अपना दल (कमेरावादी)