( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
नई दिल्ली। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के अधिपत्य वाली पतंजलि द्वारा कोरोना की दवाई बनाने के दावे के बीच बड़ी खबर नई दिल्ली से आई है कि पतंजलि के दावे के चाँद घंटे बाद ही केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने दवा के प्रचार पर रोक लगते हुए पतंजलि से कोरोना की दवा से जुड़े विज्ञापनों को बंद करने और इसपर अपने दावे को सार्वजनिक करने से मना किया है। सरकार ने कहा है कि जब तक इसकी विधिवत जांच नहीं हो जाती, तब तक इसके प्रचार-प्रसार पर रोक लगी रहेगी।
कोरोना के इलाज के लिए पतंजलि की दवा को लेकर आयुष मंत्रालय ने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि किस तरह के वैज्ञानिक अध्ययन के बाद दवा बनाने का दावा किया गया है। मंत्रालय ने इससे जुड़ी पूरी जानकारी मांगी है। सरकार ने साफ शब्दों में कहा है कि बिना मानक की जांच कराए हर तरह के विज्ञापन पर अगले आदेश रोक रहेगी।आपको बता दे कि मंगलवार को बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने मीडिया को बुलाया और दावा किया कि पतंजलि ने कोरोना की दवा तैयार कर ली है। इसका परीक्षण भी कर लिया गया है। चंद ही लम्हों में यह खबर वायरल हो गई। बाबा रामदेव की दवा की कीमत के साथ इसे प्रचारित किया गया कि यह कारगर है। हालांकि सोशल मीडिया पर चंद गिने लोगों ने इस पर सवाल भी खड़े किए।