( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
उत्तरकाशी। उत्तराखण्ड के चारधामों में शुमार यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में भारी बर्फबारी के बीच सफ़ेद चादरों के बीच वहा के साधु संतो के तपस्या में लीं होने की खबरे सामने आई है।
आपको बता दें कि दोनों ही धाम अध्यात्म के लिए जाने जाते है। यह अफ्ला वाक्या नहीं जब तपस्या में लीन की बाते सामने आई है बल्कि वर्षो से यह होती आई है। इस बीच यमुनोत्री धाम से एक दिलचस्प व मार्मिक तस्वीर सामने आई है। जिसके तहत यमुनोत्री धाम स्थित हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी भरत महाराज बर्फ में ध्यान केंद्रित कर स्तुति में लीन है, नजारा उत्तरकाशी का है। तस्वीरों में साफ है कि हनुमान मंदिर के भरत महाराज बर्फ में बैठ कर हनुमान की स्तुति में बिना कुछ बर्फ के ऊपर बिछाए हुए ध्यान लगाये बैठे है।
आपको बता दे कि यमुनोत्री धाम में इस वक्त लगभग 4 से 5 फिट बर्फ जमी हुई है। जबकि इस समय वहा न्यूनतम तापमान माइनस 5 डिग्री है। जबकि न्यूनतम तापमान माईनस 16 डिग्री सेंटीग्रेड है, शीतकाल में यमुनोत्री धाम के कपाट 6 माह तक बंद रहते है और इस समय यमुनोत्री के पैदल मार्ग में भी लगभग 4 से 5 फिट बर्फ जमी हुई है। लिहाजा धाम तक पहुंचाना इस समय आसान नहीं है।
वर्तमान समय में हमुनान मंदिर के मुख्य पुजारी समेत कुल पांच लोग यमुनोत्री धाम में मौजूद है जो पूरे शीतकालीन में यमुनोत्री में ही रहते है। यमनोत्री धाम के अलावा गंगोत्री धाम में भी इसी तरह से साधु शीतकाल में तपस्या में लीन है। जानकार बताते है कि इस सीजन में यह भूमि अध्यात्म के लिए जानी जाती है। ऐसे में जो भी भक्त इस तरह से तपस्या करता है, उसे अलग से अनुभूति इस पूरे क्षेत्र में होती है। दरअसल बर्फ गिराने से धाम में कड़ाके की ठण्ड पद रही है। वही, मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में इस सप्ताह आंशिक बादल छाए रहने की वजह से ठंड में इजाफा हो सकता है।