( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
देहरादून। उत्तराखण्ड सरकार मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी के बाद डॉ. हरक सिंह रावत को लेकर जिस तरह की खबरें आ रही हैं, उससे साफ है कि उनका अगला पड़ाव कांग्रेस पार्टी ही होगी।
माना जा रहा है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद डॉ. हरक सिंह रावत डोईवाला से चुनाव लड़ सकते हैं। जबकि पहले से तैयारी कर रहे और पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट को रायपुर सीट पर शिफ्ट किया जाएगा।कांग्रेस में जाने की पुष्टि पूर्व अधयक्ष ने अपने सोशल मिडिया के माध्यम से कर भी दिया।
इसके अलावा डॉ. हरक की पुत्रवधू अनुकृति गुसाई रावत को लैंसडौन से पार्टी के टिकट पर उतारा जा सकता सकता है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम की कांग्रेस पार्टी के किसी भी स्तर पर कोई पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन सूत्रों के अनुसार रविवार रात करीब साढ़े 11 बजे डॉ. हरक की दस जनपद स्थित सोनिया गांधी के निवास पर उनसे मुलाकात हो चुकी है। सोमवार या मंगलवार को वह विधिवत रूप से कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे।
कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत रविवार को पूरे दिन राजनीतिक सुर्खियों में छाए रहे। बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर से उन्हें पार्टी में शामिल करने को लेकर पहले ही हरी झंडी दी जा चुकी है। दोनों की बीच पुरानी बातों को लेकर जो भी तल्खी थीं, उन्हें दूर कर लिया गया है।
इसके बाद उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मीडिया प्रमुख रणजीत सिंह सुरजेवाल से मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बात सभी बातों को सुलझा लिया गया। इसके बाद तय हो गया कि डॉ. हरक सिंह रावत की पार्टी हाईकमान से मुलाकात के बाद सोमवार या मंगलवार को पार्टी में विधिवत रूप से ज्वाइनिंग हो जाएगी।
डोईवाला से लड़ सकते है चुनाव
पार्टी के विशेष सूत्रों के अनुसार, डॉ. हरक सिंह रावत डोईवाला से चुनाव लड़ेंगे। जबकि उन्होंने अपनी पुत्रवधू के लिए लैंसडौन से टिकट मांगा हैं। ऐसे में वह यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के बाद एक परिवार एक टिकट के फार्मूले में दूसरे अपवाद होंगे। माना तो यह भी जा रहा था कि डॉ. हरक सिंह रावत के साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ की भी वापसी होगी, लेकिन इस बात की किसी भी सूत्र की ओर से पुष्टि नहीं की गई।
पिछले विधानसभा चुनाव में डोईवाला से दूसरे नंबर पर थे बिष्ट
डोईवाला सीट को हमेशा से हॉट सीट माना जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव में डोईवाला सीट से भाजपा के त्रिवेंद्र रावत ने कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट को 24869 वोटों से हराया था। इस सीट पर पर कुल 12 प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई थी। इस सीट पर जहां भाजपा ने 61 प्रतिशत से अधिक मत हासिल किए थे, वहीं कांग्रेस के खाते में 35 प्रतिशत से अधिक मत आए थे। बाकि के उम्मीदवार दो प्रतिशत का आंकड़ा भी नहीं छू पाएं थे।
उमेश ने सर्वाधिक मतों से जीती थी रायपुर सीट
देहरादून जिले की 11 विधानसभा सीटों में महत्वपूर्ण रायपुर सीट से वर्तमान हालात में कांग्रेस हीरा सिंह बिष्ट पर दांव खेल सकती है। लेकिन इस सीट पर कांग्रेस के बागी उमेश शर्मा काऊ ने बीजेपी के टिकट पर सर्वाधिक 36771 मत के अंतर से जीत हासिल की थी। जो कुल मत प्रतिशत का 61 से अधिक था। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रभुलाल बहुगुणा को मात्र 23 प्रतिशत मत ही हासिल हो पाए थे। इस लिहाज से यदि भाजपा उमेश शर्मा को ही इस सीट से मैदान में उतारती है तो हीरा सिंह के लिए यहां सीट जीतना आसान नहीं होगा।