( ब्यूरो ,न्यूज़ 1 हिन्दुस्तान )
भगवानपुर। सुप्रीम कोर्ट के द्वारा महापंचायत को लेकर सख्ती के बाद हरकत में आये जिला प्रशासन ने 32 लोगो को मुचलका पाबंद किया। हड़बड़ी में की गई इस कार्यवाही में प्रशासन को जिन लोगो से शांति व्यवस्था को लेकर खतरा लगा उसमे 11 साल बालक भी शामिल था। मुचलका भरने नाबालिग भी पहुंचा तो प्रशासन में हलचल मच गई।
डाडा जलालपुर गांव में महा पंचायत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई तो अदालत ने हेट स्पीच को लेकर सख्त रवैया अपनाया। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। मंगलवार शाम रुड़की तहसील में डीएम विनय शंकर पांडेय और एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह ने पत्रकार वार्ता की।
डीएम ने महा पंचायत रोकने को लेकर प्रशासन की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। बताया कि मुलचका पाबंद की कार्रवाई की गई है। डीएम ने बताया कि 32 लोगों को मुचलका पाबंद किया गया। एक अन्य अधिकारी ने डीएम के सामने 33 लोगों की बात कही।
बुधवार को महा पंचायत तो नहीं हुई, इससे प्रशासन ने राहत की सांस ली। जो लोग मुचलका पाबंद हुए थे वह अपना मुचलका भरने के लिए एसडीएम कोर्ट में पहंुचे। पता चला कि ग्यारह साल के एक बच्चे को भी मुचलका पाबंद कर दिया गया। हड़बड़ी में प्रशासन को ग्यारह साल के स्कूली बच्चे से भी शांति भंग का खतरा नजर आया।
बच्चा भी मुचलका भरने वालों में शामिल था तो प्रशासन में हलचल मच गई। नाबालिग को इस तरह के संवेदनशील मामलों में मुचलका पाबंद करने के बाद कई सवाल उठने लगे हैं। एसडीएम भगवानपुर बृजेश कुमार तिवारी ने बताया कि 32 में से 22 लोगों ने मुचलका भर दिया है। बताया कि ग्यारह साल के बच्चे के मामले का पता चला है। बच्चे का नाम इससे निकाला जाएगा।